फोटो- पर्यटन व धर्मस्व मंत्री का पुतला दहन करते तीर्थपुरोहित।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। देवस्थानम बोर्ड को लेकर पर्यटन व धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज के बयान के बाद तीर्थपुरोहितों मंे गहरी नाराजगी है। गुस्साए पुरोहितांे ने धर्मस्व मंत्री का पुतला दहन किया।
चारधाम तीर्थपुरोहित हक-हकूकधारी महापंचायत ने भी बयान पर कडा एतराज जताते हुए मुख्यमंत्री से पुनर्विचार संबन्धी घोषणा पर अमल करने की मांग की।
सूबे के पर्यटन व धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज द्वारा देवस्थानम बोर्ड पर पुनर्विचार किए जाने की संभावनाआंे को खारिज किए जाने वाला बयान आने के बाद चारों धामों के तीर्थपुरोहितांे व हकहकूकधारी समाज में भारी आक्रोश देखा गया। यहाॅ ब्रहमकपाल तीर्थपुरोहितांे ने नंन्दा देवी मंन्दिर प्रांगण मंे महाराज की इस बयान की निन्दा करते हुए उनका पुतला दहन किया। सरकार व पर्यटन मंत्री के खिलाफ नारेबाजी व पुतला दहन करने वालों में ब्रहमकपाल तीर्थपुरोहित पंचायत के अध्यक्ष उमेश सती, देवन्द्र नौटियाल, प्रदीप नौटियाल, आनन्द सती, पूर्व सभासद मनोज नौटियाल, मोहित सती, रोहित, आदि अनेक तीर्थपुरोहित मौजूद रहे।
इधर चारधाम तीर्थपुरोहित हकहकूकधारी महापंचायत के महामंत्री हरीश डिमरी द्वारा जारी किए गए वयान मे कहा गया है कि मुख्य मंत्री तीरथ सिंह रावत ने पदभार ग्रहण करते ही देवस्थानम बोर्ड पर पुर्नविचार करने का आश्वासन दिया था। और हरिद्वार मे आयेाजित विश्व हिन्दु परिषद की बैठक मे भी देवस्थानम बोर्ड पर पुर्नविचार व जनभावनाओ के अनुरूप निर्णय लेने का आश्वासन दिया था। लेकिन धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज द्वारा देवस्थानम बोर्ड पर आए ताजे वयान से प्रतीत होता है कि सरकार की मंशा साफ नही है। श्री डिमरी ने मुख्य मंत्री से पुन देवस्थानम बोर्ड भंग करते हुए पूर्व स्थिति वहाल करने की मंाग की है।