देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल द्वारा अमर शहीद केसरी चंद जी की 77 वीं पुण्यतिथि पर पार्टी कार्यालय में भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर अमर शहीद केसरी चंद को याद करते हुए वक्ताओं ने कहाँ कि उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। इन शहीदों के बदौलत हमें आजादी मिली, अमर शहीद केसरी चंद जी का जन्मदिन 1 नवम्बर सन 1920 को जौनसार के क्यारा गाँव में हुआ।
उनकी प्रारंभिक शिक्षा जौनसार में हुई, सन 1941 को रॉयल सेना में भर्ती हुए, यहां से नौकरी छोड़ने के बाद सुभाष चंद्र बोस के ’तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ नारे से प्रभावित होकर आजाद हिन्द फौज में भर्ती हो गये। ब्रिटिश सरकार के खिलाफ आवाज उठाने पर उनको ब्रिटिश सरकार ने फांसी की सजा सुना दी तथा 3 मई 1945 को सिर्फ 24 साल की आयु में फांसी दी गयी, एक वीर सपूत ने मातृभूमि के लिए अपनी आहुति दी। इस अवसर सुनील ध्यानी, किशन मेहता, बहादुर सिंह रावत, जय प्रकाश उपाध्याय, टीकम राठौर शिव प्रसाद सेमवाल आदि उपस्थित थे।