फाइल फोटो–
-ब्रहमकमल पुष्पों से लदी छॅतोलियाॅ फयूॅलानारायण मंदिर मे।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। उर्गम धाटी मे गौरा देवी- नंदा जात की तैयारियाॅ पूरी। शनिवार को स्वनुल देवी व गौरा देवी नंदा जात यात्रा की शुरूवात हुई। 8 सितबंर को माॅ नंदा की कैलाश विदाई के बाद नंदा राजजात यात्रा व नंदाष्टमी मेले का समापन होगा।
कल्प क्षेत्र उर्गम घाटी मे शनिवार 31अगस्त से शुरू हुई नंदा जात यात्रा का विधिवत शुभांरभ हुआ। पहले दिवस उर्गम घाटी के देवग्राम से गौरा देवी की छतौली फयॅूलानारायण धाम पंहुची। यहाॅ छॅतोली का भब्य स्वागत किया गया। रविबार एक सितबंर को गौरा देवी की छॅतोली ब्रहमकमल पुष्प लेने के लिए रोखनी बुग्याल पंहुचेगी, यहाॅ पूजा/अर्चना के बाद ब्रहमकमल पुष्पो को लेकर छॅतोली फयॅूलानारायण धाम पंहुचकर भगवान नारायण को पहला ब्र्रहमकमल पुष्प अर्पित कर पंच केदारो मे एक कल्पेश्वर महादेव के मंदिर मे पंहुचेगे। यहाॅ भगवान कल्पनाथ को भी ब्र्रहमकमल पुष्प अर्पित करने के उपरांत छॅतोली देर रात्रि को देवग्राम गौरा देवी मंदिर पंहुचेगी। यहाॅ माॅ गौरा देवी के श्रीविग्रह को ब्रहमकमल पुष्पो से सुसज्जित किया जाऐगा। इस उत्सव को ’’फूलकोठा’’ कहा जाता है।
फूलकोठा कार्यक्रम के उपरंात 4सिंतंबर से नंदा जात का शुभांरभ हेागा। नंदा जात मे नंदा देवी, स्वनुल देवी व उर्गम के साथ ही डुमक, पल्ला ,सलना , उर्गम, भेंटा, पिलखी, भेंटा-अरोसी व ग्वांणा की छॅतोलियाॅ पंचनाम देवता मदिर भर्की मे एकत्रित होगी। और यहाॅ से भर्की भूमियाल देवता की अगुवाई मे सभी छॅतोलियाॅ पुन फयॅूलानारायण धाम पंहुचेगी। इस दिन फयूॅलानारायण धाम मे पूरी रात्रि जागर गायन होगा । और अगले दिव 5सिंतबर को छॅतोलियाॅ फयॅूलानारायण धाम से मोलग्वडा खर्क,भकर थोला खर्क,अतीस पाटा, मंन्यूॅ खर्क रोखनी खर्क होकर मनाई बुग्याल पंहुचेगे। इस बुग्याल मे पौराणिक धार्मिक पंरपरानुसार नंदा व स्वनुल देवियों के साथ ही मस्कस्याॅण नाम देव कन्या की शिला रूप मे पूजा की जाऐगी। छॅतोलियाॅ रात्रि विश्राम के लिए पुन फयॅूलानारायण धाम पंहचेंगी। अगले दिवस 6सिवबंर को भर्की भूमियाल देवता द्वारा सभी छॅतोलियों की विदाई की जोऐगी। और भर्की के दाणी देवी मंदिर मे विशेष पूजा के बाद सभी छॅतोलियाॅ अपने-अपने मूल स्थानो को प्रस्थान करेगी।
इधर उर्गम की छॅतोली वंशीनारायण मे जात यात्रा कर 6सितबंर को ही उर्गम घण्टाकर्ण मंदिर मे पंहुचेगी यहाॅ भब्य नंदाष्टमी मेले के बाद 8सितबंर को माॅ नंदा की कैलाश विदाई होगी।
उर्गम घाटी के सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मण सिंह नेगी के अनुसार मेला समिति भर्की द्वारा गौरा देवी , नंदा-स्वनुल जात यात्रा की सभी तैयारियाॅ पूरी की जा चुकी है। फॅयूलानारायण धाम को नंदाष्टमी पर्व के लिए भब्य रूप से सजाया गया है। साथ ही यात्रा मे शामिल होने वाले श्रद्धालुओ के लिए मेला समिति द्वारा भंडारे की ब्यवस्था भी की गई है।
श्री नेगी ने बताया कि कल्प क्षेत्र उर्गम घाटी मे नंदाष्टमी पर्व के लिए चिकित्सा सहित अन्य ब्यवस्थाओ के लिए पूर्व मे ही जिल प्रशासन से पत्राचार किया जा चुका है।
दूसरी ओर प्रख्ंाड के मेरग, बडागाॅव, परसारी, डाडो,रविग्राम, सलूड-डुंगा, लाता, तपोवन, रिंगी-भविष्य बदरी,,बामडी गाॅव बदरीनाथ सहित पूरे पैनख्ंाडा मे नंदाष्टमी की तैयारियाॅ जोरो पर है।