फोटो- रैणी मे वैली ब्रिज लाॅच करते हुए ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। रैणी में जल्द शुरू होगा वैली ब्रिज से आवागमन। बीआरओ ने पुल जोडने का काम शुरू किया।
ऋषि गंगा की त्रासदी मे जोशीमठ-मलारी मोटर मार्ग पर रैणी मे निर्मित मोटर वाहन पुल को भी ध्वस्त कर दिया था। तब से सीमावर्ती क्षेत्रों मंे आवागमन ठप हो गया था। सेना ने पहले एक वैकल्पिक पुल का निर्माण किया जिससे रस्सियों के सहारे लोगों का आर-पार किया गया। और बाद उस स्थान के समीप ही सेना की बंगाल इंजीनियर द्वारा एक अन्य पुल तैयार किया गया जिसे एनीमल ट्रांसपोर्ट ब्रिज कहा गया। सेना द्वारा इस ब्रिज के बन जाने के बाद आम नागरिको के आवागमन के साथ ही घोडे-खच्चरों व अन्य पशुओ का आवागमन भी सुलभ हो सका।
अब बीआरओ ने रैणी मे वैली ब्रिज को लाॅच करने की कार्यवाही तेज कर दी है। बीआरओ ने सात फरवरी से ही स्थल चयन का कार्य पूरा कर सडक के दोनो ओर मजबूत एबेडमेंट तैयार किए। और अब शुक्रवार से वैली ब्रिज लाॅच करने की कार्यवाही शुरू कर दी गई। इसके तहत इस ओर से उस ओर तक नोज कार्य पूरा करते हुए पुल के पैनलों को जोडने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।
बीआरओ के शिवालिक परियोजना के चीफ इंजीनियर ए0एस0 राठौड के अनुसार वैली ब्रिज लाॅच करने के लिए उसके नोज को फिट कर लिया गया है, और पुल के पैनलो को जोडने का कार्य भी पूरी तेजी स ेचल रहा है। जल्द ही रैणी मे वैली ब्रिज तैयार हो जाऐगा। और वाहनो की आवाजाही सुनिश्चित हो सकेगी।












