थराली से हरेंद्र बिष्ट।
देवाल विकासखण्ड के अंतर्गत दूरस्थ गांव लिंगड़ी के अंतर्गत पिंडर नदी के किनारे बसे बुस्तरा एवं उणीबगड़ तोक के साथ ही खड़मुनिया तोक के ग्रामीणों ने उन्हें अंयत्र सुरक्षित बसाने की मांग की,जिस पर थराली के उपजिलाधिकारी ने आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया।
यहां तहसील कार्यालय में उपजिलाधिकारी सुधीर कुमार की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में देवाल के ब्लाक प्रमुख दर्शन दानू ने कहा कि विगत सप्ताह 18 से 20 जून तक हुई भारी बारिश के कारण पिंडर नदी में आये भारी जल सैलाब के कारण जहां लिगड़ी गांव के ऊणीबगड़ तोक में दो मकाने नदी की भेंट चढ़ चुके प्रभावितों को सुरक्षित रहने के लिए टैंटों में अपनी जिंदगी गुजारने पर मजबूर होना पड़ रहा हैं। इसके अलावा अन्य 10 परिवार भी खतरें की जद में आ चुके हैं। जबकि इस तोक के साथ ही बुस्तरा तोक में 8 एवं खड़मुनिया तोक के 6 परिवारों के ऊपर भी खतरें के बादल मंडरा रहे हैं।भी भूस्खलन के कारण खतरे की जद में आ चुके हैं।
बैठक में मौजूद थराली की विधायक मुन्नी देवी शाह ने कहा कि आपदा से प्रभावित सभी लोगों को हर संभव सहायता दिए जाने के साथ ही खतरें की जद में आ चुके सभी गांवों का व्यापक स्तर पर सर्वेक्षण कर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर बसाने के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी। बैठक में मौजूद पीड़ित परिवारों ने उन्हें सुरक्षित स्थानों पर बसाने के लिए जमीनों का चिन्हीकरण किए जाने एवं आवश्यक सहायता दिए जाने की मांग की। प्रभावितों ने कहा कि जल्द से जल्द उनकी समस्या का निराकरण नही किए जाने पर उन्हें आंदोलन का रास्ता अख्तियार करने पर मजबूर होना पड़ेगा।इस पर एसडीएम ने तत्काल प्रभाव क्षेत्रों का सर्वेक्षण करवाने एवं रिपोर्ट तैयार कर जिला प्रशासन एवं शासन को भेजने की बात कही।












