बेतालघाट। नैनीताल जिले के अंतर्गत बेतालघाट क्षेत्र के कटीमी गजार गांव की प्रगतिशील किसान चनुली देवी 58 साल की उम्र में भी पहाड़ी बासमती के अलावा मिर्च, अदरक समेत तमाम तरह की खेती कर रही हैं, लेकिन सरकारी स्तर पर सहयोग न मिलने के कारण जंगली जानवरों से उनकी खेती बर्बाद हो रही है।
चनुली देवी की मांग है कि उनकी खेती को जंगली जानवरों से बचाने के लिए खेतों के तारबाड़ में सहयोग किया जाए। इसके लिए कृषि विभाग से लेकर भूमि संरक्षण विभाग तक वह गुहार लगा चुकी हैं, लेकिन कहीं से भी उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। कई तरह की आपदा और जंगनी जानवरों की मार झेलने के बावजूद चनुली देवी खेतों को बंजर नहीं छोड़ती हैं। सरकारी सहयोग के अभाव में वह बहुत निराश हैं।
वह बंजर भूमि पर खेती बाड़ी कर रहे हैं, लेकिन कृषि अधिकारी की ओर से कोई भी उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया, जबकि इतनी मेहनत करने के बावजूद भी मेहनत का प्रतिफल नहीं मिल रहा है। तार बाढ़ की समस्या कई बार अधिकारियों के सामने रखी जा चुकी है, लेकिन चनुली देवी गुहार सुनने वाला कोई नहीं है।