डोईवाला (प्रियांशु सक्सेना)। वन विभाग की ओर से 02 अक्टूबर से शुरू किए गए वन्यजीव संरक्षण सप्ताह का बुधवार को समापन किया गया। समापन समारोह में वन मंत्री सुबोध उनियाल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। बुधवार को वन विश्राम गृह लच्छीवाला परिसर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि मानव और वन्यजीव एक-दूसरे के पूरक हैं। उन्होंने कहा कि मानव को वन्यजीवों के संरक्षण के लिए आगे आना चाहिए, क्योंकि वन्यजीव हमारी अमूल्य संपदा हैं। पूरे देश में वन्यजीव सप्ताह मनाया जा रहा है, और उत्तराखंड के संदर्भ में यह विशेष महत्व रखता है, क्योंकि राज्य में अपार वन संपदा और विविध वन्यजीव पाए जाते हैं। वन मंत्री ने बताया कि मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं में पीड़ितों को मुआवजा देने की राशि चार लाख से बढ़ाकर छह लाख रुपये कर दी गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वन्यजीवों के संरक्षण के लिए ठोस कार्ययोजना पर काम कर रही है।
डोईवाला विधायक बृजभूषण गैरोला ने कहा कि वन्यजीव मानव अस्तित्व के लिए आवश्यक हैं, इसलिए इनके संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयासों की जरूरत है। इससे पहले वन मंत्री और विधायक ने परिसर में पौधारोपण कर कार्यक्रम की शुरुआत की। समापन अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। साथ ही, वन मंत्री ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले वन कर्मचारियों को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर वन सचिव सी. रवि शंकर, प्रमुख वन संरक्षक (वन्यजीव) आरके मिश्रा, प्रमुख वन संरक्षक वीपी गुप्ता, डॉ विवेक पांडे, डीएफओ नीरज कुमार, वन क्षेत्राधिकारी लच्छीवाला मेधावी कीर्ति, थानो रेंजर एन.एल. डोभाल, चंडी प्रसाद उनियाल, पूरन सिंह रावत, ब्लॉक प्रमुख गौरव चौधरी, विक्रम सिंह नेगी, राजकुमार राज, मंगल सिंह, सुरेश सैनी आदि थे।