ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे पर चिन्यालीसौड़ के पास नगुन गाड़ में टाटा सूमो वाहन संख्या यूके10-टीए 0032 खाई में गिर गई। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है। हादसा मंगलवार की सुबह करीब आठ बजकर 28 मिनट पर हुआ। मृतकों में (चालक) महावीर जगूड़ी उम्र 34 पुत्र जगदीश प्रसाद जगूड़ी निवासी कंडिसौड़, ज्योति प्रसाद उम्र 60 वर्ष और उनकी पत्नी राजपति देवी उम्र 45 वर्ष निवासी कंडिसौड़ शामिल हैं।
हादसे की खबर से मृतकों के परिजनों और गांव में मातम पसर गया है। बड़ी बेटी बबली की इसी महीने शादी थी, इस दुखद घटना के बाद बबली के ऊपर भी दुखों का पहाड़ गिर गया, मेहनत मजदूरी कर ज्योति प्रसाद और उनकी पत्नी राजमति देवी ने पाई-पाई जोड़कर कर अपनी बड़ी बेटी बबली के हाथ 28 अप्रैल को पीले करने थे। इसलिए बबली के माता-पिता शादी का सामान खरीददारी करने और बैंक के काम से मंगलवार को चिन्यालीसौड़ जा रहे थे, लेकिन चिन्यालीसौड़ से पहले ही मठियाली के समीप वाहन दुर्घटना में वे अकाल मौत के शिकार हो गए।
27 अप्रैल को उसकी मेंहदी होनी थी। 28 अप्रैल को चंबा के कांडा गांव से बारात आनी थी, लेकिन इससे पहले ही सिर से माता-पिता का साया उठ गया। बबली की 14 वर्षीय छोटी बहन राधिका दोनों पैरों से दिव्यांग है। वह चलने में असमर्थ है। 10 वर्षीय छोटे भाई दीपक और 7 साल के प्रदीप को गांव के लोग स्कूल पहुंचकर अपने साथ उनके माता-पिता के अंतिम दर्शनों के लिए कंडीसौड़ अस्पताल लेकर गए। दिव्यांग राधिका, दीपक और प्रदीप उन्हें देखकर सदमे में है।
गाड़ी चला रहे महादेव प्रसाद की पत्नी चंद्रा का रो-रोकर बुरा हाल है। वह बार-बार बेहोश हो रही है। चंद्रा के कंधों पर अब चार छोटे-छोटे बच्चों के भरण पोषण की जिम्मेदारी आ गई है। महादेव अपने पीछे पत्नी चंद्रा, बेटी अंजली (12), साधन (8), सिद्धी (6) बेटा हरिकृष्ण (10) का भरापूरा परिवार को अकेला छोड़ गया है।