फोटो- भालू के हमले से घायल ग्रामीण ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। भालूओं ने हमला कर एक ही दिन मे 6 लोगों को गंभीर रूप से घायल कर दिया। चार घायलों को हायर सेंटर रैफर किया गया। जबकि दो का उपचार सीएचसी में ही चल रहा है। डीएफओ ने कहा कि भालू को पकडने के लिए पिंजरा लगाने की परमीशन ले ली गई है। शीध्र ही दो अलग-अलग स्थानों पर पिंजरे लगाए जाऐंगे। इसके अलावा क्षेत्र मंे तीन टीमे गठित कर गश्त बढा दी गई है।
रविबार रात्रि जोशीमठ के लिए सुकून देने वाली नहीं रही। नगर के अलग-अलग क्षेत्रों मे भालूओं ने राहगीरों व ग्रामीणों को निशाना बनाकर उन्हें अधमरा कर दिया। प्राप्त विवरण के अनुसार सायं ढलते ही पहला वाकया नगर के परसारी वार्ड मे खिडखिडी गाॅव मंे हुआ, यहाॅ भालू ने हमला कर 44वर्षीय ग्रामीण विनेश सिह को बुरी तरह घायल कर दिया। परिवार जन व वन विभाग की टीम घायल को लेकर सीएचसी जोशीमठ पंहुची ही थी कि भालू ने दूसरा हमला नगर के ही मारवाडी वार्ड के चुनार मौहल्ले में कर डाला। इस मौहल्ले के आम रास्ते से दो साधु पैदल ही मारवाडी व आस-पास के आश्रम में रात बिताने के लिए पंहुच रहे थें कि अचानक भालू ने दोनों साधुआंे पर हमला बोल दिया। एक साधु ने झाडियो में कूद कर जान बचाई लेकिन दूसरे साधु को जब भालू नोंच रहा था तभी पास ही से दो नेपाली मूल के मजदूर साधु को बचाने के लिए आगे आए लेकिन भालू ने इन नेपालियों पर भी हमला कर उन्हें भी घायल कर दिया। पूर मौहल्ले मंे चीख-पुकार मच गई। आनन फानन में वन विभाग को सूचना दी गई और घायलों को सीएचसी जोशीमठ पंहुचाया गया।
इसी रात्रि को तीसरी घटना तडके सुबह चार बजे की है नगर के ंिसहधार मौहल्ले में पूरण सिंह बिष्ट व उनकी पत्नी दुर्गा देवी पर भालू ने हमला कर दिया। और उन्हें लहू-लुहान कर भाग खडा हुआ। एक रात्रि मे ही भालुओं के हमले की इतनी बडी घटना के बाद पूरे क्षेत्र मे दहशत का माहौल है। लोग अंधेरा होने से पहले ही घरों मे दुबकने को विवश हो गए है। इन दिनो भालू पूरे नगर क्षेत्र मे आंतक का पर्याय बन चुका हैं। परसारी, सुनील, नोग, चैडारी, भैना, हरिपुरम, दौडिल, सिंहघार, मारवाडी, रविग्राम, होसी-खंचा, मेरग, सेलंग, गौख्ंा गोंरग, चुनार आदि अनेक क्षेत्रों मे भालूओं की दहशत से लोग सहमे हुए है। भालूओं ने नगदी फसलों को तो चैपट कर ही दिया है। अब मानव पर हमला करने पर उतारू हो गया है।
घटना की गंभीरता को समझते हुए एसडीएम अनिल कुमार चन्याल ने वन विभाग के साथ बैठक कर प्रभावी कदम उठाने व गश्त बढाने के सख्त निर्देश दिए। इसके अलावा एसडीएम चन्याल ने अन्य एजेंिसयों से भी प्रचार-प्रसार कर लोगो को भालुओं के हमले से सतर्क रहने के लिए जागरूक करने के भी निर्देश दिए।
वन क्षेत्राधिकारी विजय लाल आर्या के अनुसार 6घायलों मे से चार गंभीर घायलों को हायर सेंटर रैफर कर दिया गया है। जबकि दो घायलों का उपचार सीएचसी जोशीमठ म ेचल रहा है। इसके अलावा सभी घायलों को प्रारंभिक रूप मे अनुमन्य आर्थिक सहायता उपलब्ध करा दी गई है। उनका कहना था कि घायलों को हायर सेंटर तक पंहुचाने के लिए एनटीपीसी की एंबुलेेंस का भी सहयोग लिया गया।
इधर संपर्क करने पर नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के डीएफओ नंदा बल्लभ शर्मा ने बताया कि भालुओं को पकडने के लिए पिंजरा लगाने की अनुमति ले ली गई है। शीध्र ही दो अलग-अलग स्थानो मे पिंजरे लगाए जाऐगे। उन्होने कहा कि एक स्थान पर भालू के साथ उसके दो बच्चे मे होना बताया गया है। इसलिए इस पर भी गंभीरता से विचार किया जा रहा है के यदि पिंजरे मे विना बच्चों के भालू फॅस गया तो वो और भी खूखार हो जाऐगा।श्री शर्मा ने कहा कि अभी भालू के निचले इलाके मे विचरण का 15से 20दिनों को समय शेष है,इन दिनों मे सभी लोगो को और भी सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। विभाग द्वारा गश्त की लिए तीन टीमें गठित कर दिन रात गश्त की जा रही है।