फोटो वांण गांव की पहाड़ियों पर हो रहें हिमपात का दृश्य।
थराली से हरेंद्र बिष्ट
तीन माह के लंबे समयांतराल के बाद पिंडर घाटी के घाटी के क्षेत्रों में झमाझम बारिश होने एवं ऊंची पहाड़ियों एवं बुग्यालों में जमकर बर्फबारी होने से क्षेत्र में अचानक से ठंड बढ़ गई है। लंबे समय बाद झमाझम बारिश के चलते अच्छी फसलों के उत्पादन की आश में किसानों के चेहरों पर खाशी खुशी भी दिखाई पड़ रही है।
गत शुक्रवार की दोपहर से मौसम ने पिंडर क्षेत्र में करवट बदली और आसमान में बादल छाने लगे थे। जो समय बीतने के साथ ही गहरे होने लगें और शनिवार की प्रातः करीब 8 बजे से घाटी की ऊंची पहाड़ियों एवं बुग्यालों में हिमपात होने एवं घाटी क्षेत्रों में झमाझम बारिश होने लगी। आज क्षेत्र के वेदनी, आली, नवाली, राजा, बगजी, डुंगियां आदि बुग्यालों के साथ ही झलताल, सुपताल, ब्रहमताल, रूपकुंड आदि स्थानों के साथ ही वांण, दिदीना, घेस, हिमानी, बलाण, सौरीगाड़, रामपुर, तोर्ती, रणगांव, रूईसाण आदि गांवों की तमाम पहाड़ियों पर जमकर बर्फबारी होने के कारण ये क्षेत्र बर्फ की सफेद चादर से ढक गई हैं। बर्फबारी एवं बारिश के कारण से क्षेत्र में अचानक से ठंड बढ़ गई हैं।
ठंड से बचने के लिए मजबूरन गर्म कपड़ों को बक्सो, आलमारियों से बाहर निकालना पड़ा। ठंड के कारण क्षेत्र के मुख्य बाजारों एवं कस्बों में भी चहल.पहल काफी कम रही। पूरे तीन माह बाद बारिश आने के बाद अच्छी फसलों की आश में किसानों के चेहरों पर एक बार फिर से खुशी छाने लगी हैं।












