मेजर विभूति कुमार ढौंडियाल…कश्मीर के पुलवामा को आतंकियों ने एक बार फिर से दहलाने की कोशिश की लेकिन इस बार वो कामयाब नहीं पाए। इस मुठभेड़ में जैश के कमाडंर गाजी को तो सेना ने मार गिराया लेकिन दुख इस बात का है कि उत्तराखंड ने अपना एक और वीर सपूत खो दिया।
मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के बैजरो गांव के रहने वाले मेजर वीसी ढौंडियाल अब हमारे बीच नहीं रहे। इस वक्त मेजर विभूति कुमार ढौंडियाल का परिवार देहरादून के नेश्विला रोड के 36 डंगवाल मार्ग में रहता है।
31 साल के मेजर विभूति कुमार ढौंडियाल सेना के 55 आरआर में तैनात थे। वो तीन बहनों के इकलौते भाई थे। बताया जा रहा है कि बीते साल अप्रैल में ही मेजर विभूति कुमार ढौंडियाल की शादी हुई थी। शादी के सिर्फ एक साल के भीतर ही मेजर विभूति ढौंडियाल देश के लिए कुर्बान हो गए।
पुलवामा में फिर से आतंकी हमला, मेजर वीएस ढौंडियाल समेत 4 जवान शहीद
मेजर विभूति कुमार ढौंडियाल के पिताजी अब इस दुनिया में नहीं हैं। इसलिए घर की सारी जिम्मेदारियां बेटे के ही कंधों पर रही होगी।