गैरसैंण । पूर्व डिप्टी स्पीकर एवं कर्णप्रयाग विधान सभा के विधायक डॉ. अनुसूया प्रसाद मैखुरी के निधन का समाचार सुनते ही पूरे क्षेत्र में दुःख की लहर दौड़ गई है। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष विरेंद्र रावत ने कहा कि उत्तराखंड ने एक जिंदा दिल इंशान व विकास पुरूष खो दिया है ।
उन्होंने कहा कि सात अक्टूवर को वह मैखुरी के साथ गैरसैंण दौरे पर थे, वहां से कर्णप्रयाग लौटते हुए स्वयं विरेंद्र रावत ने अस्पताल में कोरोना टेस्ट कराया और डॉ. मैखुरी को भी टेस्ट की सलाह दी थी। इसी दिन टेस्ट करने पर विरेंद्र रावत ने बताया कि वह स्वयं पॉजीटिव आये और क्वारंटीन हो गये थे, लकिन मैखुरी जी लगातार चल ही रहे थे। कुछ खांसी बुखार के चलते वह देहरादून गये और मैक्स अस्पताल में 24 अक्टूवर को भर्ती हो गये। जहां उन्हें कोरोना पॉजीटिव रिपोर्ट आने पर इलाज पर रखा गया।
उनके पुत्र राजेश मैखुरी ने बताया कि चार रोज पहले उनके स्वास्थ्य में सुधार हो गया था, लेकिन अचानक पुनः तबियत
खराब हो गई थी । डॉ. मैखुरी 80 के दशक में अपने गांव मैखुरा के प्रधान व 80 और 90 के दशक में कर्णप्रयाग ब्लॉक के ब्लॉक प्रमुख रहे।
ईमानदारी, कर्मठता व व्यवहारकुशलता के आईकॉन रहे डॉ. मैखुरी का राजनीति में कद बढ़ा और वह बद्रीनाथ क्षेत्र से 2007 में विधायक चुने जाने पर बद्रीनाथ केदार नाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष पद से नवाजे गये। 2012 में वह कर्णप्रयाग विधान सभा से विधायक चुने जाने पर उत्तराखंड सरकार में विधानसभा उपाध्यक्ष के पद पर विराजमान रहे। भराड़ीसैंण में विधान सभा भवन निर्माण में उनका योगदान अविस्मरणीय रहेगा। क्षेत्र के विकास के लिए वह हमेशा अपने पद को त्यागने के लिए भी तत्पर दिखाई देते थे। उनके निधन की खबर सुनकर सारा क्षेत्र स्तब्ध हो गया है। ब्लॉक गैरसैँण के कांग्रेस अध्यक्ष के एस बिष्ट, सुरेंद्र सिंह बिष्ट, पूर्व राज्य मंत्री सुरेश कुमार बिष्ट, कृष्णानेगी, महेशा नंद आदि ने गहरा दुःख् प्रकट करते हुए कहा कि बहुत बड़ी अपूर्णनीय क्षति हुई है।