देहरादून। राज्य आन्दोलनकारियों के विधानसभा घिराव क़ो एक वर्ष पश्चात त्रिवेन्द्र सरकार के लिए गांधी पार्क के मुख्य द्वार से शहीद स्मारक तक बुद्धि शुद्धि मार्च निकाला गय़ा।
पिछले वर्ष 05.दिसम्बर क़ो राज्य आन्दोलनकारियों द्बारा अपनी व राज्य हित के मुद्दों क़ो लेकर विधान सभा घिराव किया था औऱ हमारे राज्य मंत्री डा. धनसिंह रावत व धर्मपुर विधायक विनोद चमोली द्बारा 20.दिनों मे़ं त्रिपक्षीय वार्ता क़ा भरोसा दिया गय़ा था जो आज तक कई बार सम्पर्क करने बाद भी वार्ता नहीं करा पाये।
मंत्री ने कभी चुनाव तो कभी काला महीना व कभी श्राद्ध पक्ष तो कभी बाहर होने क़ा हवाला दिया। आखिर भरोषा किस पर किया जाए। यही हाल 05.फरवरी 2019 क़ो मुख्यमन्त्री घिराव के समय माननीय त्रिवेन्द्र के मीडिया प्रमुख रमेश भट्ट द्बारा झूठ बोला गय़ा क़ि सरकार से वार्ता होंगी, उस झूठ की वर्षगांठ भी फरवरी मे़ं आने वाली है।
त्रिवेन्द्र सरकार गठन के समय ही सर्वप्रथम राज्य आंदोलनकारी सम्मान परिषद क़ा कार्यालय बन्द किया गया औऱ अब तक पिछले तीन वर्षो से काफी संख्या मे़ दाईत्वधारी नियुक्त किये परन्तु नहीं किया तो सम्मान परिषद क़ा दायित्व नहीं दिया गया।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रदेश अध्यक्ष अपनी सरकार क़ी इन कारगुजारियों का क्या जवाब देंगी, इसी को लेकर आंदोलनकारियों ने मार्च निकाला है।