देहरादून। देहरादून से 134, हल्द्वानी से 102 और श्रीनगर से 9 पासआउट एमबीबीएस डाक्टरों की दुर्गम स्थानों पर तैनाती की गई है। तीन सरकारी मेडिकल कालेजों से पास हुए ये एमबीबीएस डाक्टर बांडधारी थे। यदि नियुक्ति के बाद कोई बांडधारी डाक्टर ज्वाइन नहीं करता तो उससे नियमानुसार वसूली की जाएगी।
प्रदेश के तीन सरकारी मेडिकल कॉलेजों से 245 एमबीबीएस डॉक्टर पासआउट हुए हैं। इनकी इंटर्नशिप भी पूरी हो चुकी है। इन सभी को दुर्गम क्षेत्रों में तैनाती दी गई है। 4 जून शनिवार को स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ शैलजा भट्ट ने बांड व्यवस्था के अनुसार नए डॉक्टरों के तैनाती आदेश जारी कर दिए। इन एमबीबीएस डाक्टरों के सहारे सरकार पहाड़ी क्षेत्रों के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के प्रयास में जुटी हुई है।
बॉन्ड व्यवस्था के तहत पासआउट डॉक्टरों को इंटर्नशिप खत्म होने से 20 दिन के अंदर तैनानी स्थल पर सेवाएं देनी होंगी।
तैनाती के बाद संबंधित मुख्य चिकित्सा अधिकारी बॉन्डधारी डॉक्टर की तैनाती स्थान पर योगदान की रिपोर्ट निदेशालय को भेजेंगे। तैनाती स्थल पर ड्यूटी न देने वाले डॉक्टरों से हर्जाना वसूलकर सरकारी कोष में जमा किया जाएगा। वर्तमान में इन डाक्टरों की नियुक्ति संविदा के आधार पर की गई है। चारधाम यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले अस्पतालों में भी कुछ डाक्टरों को तैनाती दी गई है।