रिपोर्ट – सत्यपाल नेगी /रुद्रप्रयाग
जनपद रुद्रप्रयाग के जखोली विकास खण्ड के ललूड़ी गाँव मे उत्तराखंड के वीर शिरोमणि माधो सिंह भण्डारी की 427वीं जयँती एंव लोक पर्व इगास बगवाल पर पाँच सौ भैलो, कई स्थानीय बाध्य यंत्र ढ़ोल दमाऊ,लोक गीतो,नृत्य की रंगारंग कार्यक्रम के साथ मनाया गया.
आपको बताते चले कि उत्तराखंड के महान वीर शिरोमणि भड़ माधो सिंह भण्डारी जो कि मूल रूप से ललूड़ी गाँव के रहने वाले थे,बताते हैँ कि 16वीं शताब्दी मे 16 साल की उम्र मे वें गढ़वाल रियासत के राजा के सेनापति बनाये गये थे,राजा ने उनकी मेहनत बहादुरी को देखते हुए उन्हें टिहरी कीर्तिनगर के मलेथा गाँव मे जमीन दान मे दी थी,मलेथा गाँव की एतेहासिक खेती मे गूल से पानी लाने के लिए उन्होंने अपने इकलौते पुत्र की बलि दी थी,उसके बाद से मलेथा गाँव आज प्रसिद्ध गाँवों मे सुमार हो गया.

वही शुक्रवार 4 नवंबर को जखोली के ललूड़ी गाँव मे युवा भूपेंद्र भण्डारी एंव समस्त भण्डारी परिवारो की पहल पर वीर भड़ माधो सिंह भण्डारी की 427वीं जयँती को लोक पर्व इगास पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमे 5 सौ भैलो जलाकर सैकड़ो लोगो ने नाच गान करते हुए आनंद लिया.
कार्यक्रम मे वीरागना समूह की महिलाओ द्वारा वीर शिरोमणि माधो सिंह भण्डारी पर आधारित नाटक की सुंदर प्रस्तुति देकर जनता को भावुक किया,लोक गायक विक्रम कप्रवाण,बलदेव राणा,सहित कई कलाकारो ने अपनी अपनी प्रस्तुति देकर दर्शकों को झूमने को मजबूर किया तथा कार्यक्रम को सफल बनाया.
विशिष्ट अतिथि,कर्नल अजय कोठियाल,कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह,भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल ने कहा कि पहली बार ललूड़ी गाँव मे ऐसा भव्य कार्यक्रम किया गया हैँ जिससे हमे सभी को नई प्रेरणा मिली हैँ.इतिहास की जानकारी भी लोगो को पता चलीं.
क्षेत्र पंचायत सदस्य एंव कार्यक्रम के आयोजक भूपेंद्र भण्डारी ने कहा कि वीर शिरोमणि माधो सिंह भण्डारी हमारे गाँव ललूड़ी के निवासी थे,उनके द्वारा यहाँ बहुत महत्वपूर्ण कार्य किये गये थे जो आज भी धरोहर के रूप मे स्थापित हैँ,बाद मे उनकी कर्मस्थली मलेथा रही मगर लोग उन्हें मलेथा के ही निवासी के रूप मे पहिचानते हैँ,अब हम हर वर्ष उनकी याद मे कार्यक्रम करते रहेंगे.उन्होने पूरे जिले एंव अन्य जिलों से आये सभी लोगो का आभार व धन्यवाद किया.
बड़ी संख्या मे सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग,संस्कृति प्रेमी,जनप्रतिनिधि,अधिकारी,क् षेत्रीय महिलाए,बुजुर्ग,युवा इस कार्यक्रम मे देर रात तक मौजूद रहे.
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