रुद्रप्रयाग। पोस्ट हार्वेस्टिंग मैनेजमेंट अर्थात उत्पादों के बेहतर मार्केटिंग मैनेजमेंट न होने के कारण ए और बी ग्रेड का माल्टा लूट के भाव 4-5₹ किलो बिक रहा है, सी ग्रेड की बात कौन करे। नजीमाबाद के व्यापारी कास्तकारों को इतने कम दाम देकर बाजार में माल्टा को 60-70 ₹ किलो बेच रहे हैं।
इस लूट को रोकने, पहाड़ के छोटे किसानों की आर्थिकी बढ़ाने तथा पहाड़ के इस जैविक उत्पाद की पौष्टिकता के मध्यनजर इसके सदुपयोग के लिए सरकार की तरफ से कई तरह की पहल अपेक्षित है। जैसे स्कूलों, आँगनवाड़ी के माध्यम से गर्भवती महिलाओं व बच्चों के लिए इन फलों को वितरित किया जाए, सरकारी कार्यक्रमों हेतु इन पौष्टिक फलों का उपयोग करने के लिए पहल की जाए।
पूर्व सदस्य किशोर न्याय बोर्ड एवं माल्टा कास्तकार नरेंद्र सिंह कंडारी ने जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग को पत्र लिखकर सहयोग माँगा है। उन्होंने जिलाधिकारी से आग्रह किया है कि सरकार की ग्राम्या, आजीविका परियोजना, सहकारिता, कृषि, उद्यान के माध्यम से कार्ययोजना को अमल में लाया जा सकता है। उन्होंने कहा है कि जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग का रवैया ऐसे मामलों में हमेशा सकारात्मक रहा है। यदि उनके संज्ञान में ये मुद्दे लाए जाएं तो किसानों को इसका लाभ दिलाने के लिए वह सकारात्मक पहल कर सकते हैं। उन्होंने जिलाधिकारी से अनुरोध किया है कि किसानों को उनके उत्पाद का बेहतर मूल्य दिलाने के लिए और दलालों के हाथों लुटने से बचाने के लिए इस क्षेत्र में काम किया जा सकता है।