रिपोर्ट-सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
जहाँ एक ओर मौसमी गर्मी से लोग परेशान हैं तो वही रुद्रप्रयाग के रतुड़ा सब डिवीजन से जुड़े सैकड़ों गाँवों में पिछले छः घंटों से बिजली गुल होने से लोग और भी परेशान हो गये हैं। मगर विद्युत विभाग को लोगों की परेशानी से क्या लेना। सिर्फ एक ही रटा रटाया बहाना सुनने को मिलता है, लाइन फाल्ट है। जल्द ठीक हो रही है। लगभग पिछले दस सालों से यही सुनते आ रहे हैं।
जबकि पिछले 24 घंटों में ना तो आंधी तूफ़ान आया और ना ही बारिश तो ऐसे में बहाना बनाना विद्युत विभाग की नाकामी उजागर कर रहा है।
आपको बताते चले कि रुद्रप्रयाग के रतूड़ा सब डिवीजन से जुड़े सैकड़ो गाँवो के लोग विगत दस वर्षो से बिजली की किल्ल्त झेलते आ रहे हैं। ऐसा नहीं कि विभाग को जानकारी ना हो, जबकि हर बार शिकायतें भी ग्रामीणों द्वारा की जाती रही हैं। आलाधिकारियों ने भी स्वीकारते हुए कई बार भरोसा दिया था कि जल्द ही रतूड़ा के बढ़ते विधुत भार को नये पावर के साथ मशीनें लगाई जाएंगी, लेकिन आज तक कोई ठोस समाधान नहीं हुआ। लोग मजबूर हैं या यूँ कहे अब इस क्षेत्र के लोगों को अँधेरे व गर्मी मे रहने की आदत सी पड़ गई है।
हैरानी की बात यह भी हैँ कि रतूड़ा, शिवांन्दी, घोलतीर, नगरासू, कोठगी, मदोला, छिनका, भटवाड़ी, कोटी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र इस सब डिवीजन से जुड़े हैं। इससे बड़ी बात यह भी है कि रुद्रप्रयाग विधानसभा के विधायक, सबसे बडी मंदाकनी क्षेत्र पंचायत की प्रमुख, ज्येष्ठ प्रमुख तथा दो जिला पंचायत सदस्य भी इस बिजली की परेशानी को आँख मून्द कर झेल रहे आखिर जनता की मूल परेशानी से किसी का क्या लेना देना।
वहीं विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता से ज़ब बिजली गुल होने से लोगों को हो रही परेशानी बताई, तब जाकर 7 घंटे बाद बिजली आ पाई। यह एक गंभीर समस्या है, इस क्षेत्र के लोंगो की आशा करते हैँ कि विभाग के साथ साथ प्रशासन भी रतुड़ा सब डिवीजन की पुरानी समस्या का शीघ्र समाधान करे।