फोटो..होम क्वारेंटिंन किये गए लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करते मेडिकल टीम के सदस्य।
प्रकाश कपरुवाण
जोशीमठ, चमोली। चमोली जिला अभी भी ग्रीन जोन में बना हुआ है। कोरोना संक्रमण की जाॅच के लिए भेजे गए सभी 26 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। कोविड हेल्थ सेंटर गोपेश्वर के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीज की रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है, इसलिए उसे डिस्चार्ज कर दिया गया है। आईसोलेशन वार्ड में अब कोई भी मरीज नहीं रह गया है।
बाहरी प्रदेशों से आए जिले के 330 लोगों को फेसलिटी क्वारेन्टीन किया गया है। जिला प्रशासन ने इन लोगों को गौचर, कर्णप्रयाग, गैरसैण, भराडीसैंण आदि स्थानों पर क्वारेन्टीन किया है। जिले में इसके अलावा 1796 लोगों को होम क्वारेन्टीन किया गया है। होम क्वारेन्टीन लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए 23 मोबाइल चिकित्सा टीमें गठित की गई हैं। इन टीमों ने बुधवार को 52 गांवों में घर-घर जाकर 272 लोगों का परीक्षण किया।
कोरोना संक्रमण पर नजर रखने के लिए जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया ने ब्लाक एवं सिटी रिस्पांस टीमें भी गठित की है। इन टीमों ने कोरोना संदिग्धों की जानकारी जुटाने के लिए 6370 लोगों से संपर्क किया।
जिले में लाॅकडाउन का पालन सख्ती से कराया जा रहा है। उल्लंघन करने पर डीएम एक्ट के तहत 22 एफआईआर, महामारी अधिनियम के तहत 2, सीआरपीसी के तहत 49, डीएम एक्ट के तहत 25, पुलिस एक्ट के तहत 126 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए जा चुके है। 320 चालान किए गए हैं, 64 वाहनों को सीज किया गया है।
लाॅकडाउन अवधि में पहले से गम्भीर बीमारियों का इलाज करा रहे लोगों को जिला अस्पताल के माध्यम से रोज जीवन रक्षक दवा उपलब्ध कराने में मदद की जा रही है। कोरोना संकट की इस घडी में कोई भूखा ना रहे इसके लिए जिला प्रशासन सक्रिय है।












