थराली से हरेंद्र बिष्ट।
थराली एवं घाट विकासखंड़ को जोड़ने वाली बहुप्रतीक्षित रुईसाण से तेलाण मोटरमार्ग के निर्माण में हो रही देरी एवं इसके कारण यातायात सुविधा से वंचित रूईसाण गांव के ग्रामीणों ने आज यहां पर लोनिवि के अधिशासी अभियंता का घिराव कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा जिसमें तत्काल निर्माण कार्य शुरू नही होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी हैं।
दरअसल थराली व घाट विकासखंड को याता सुविधा से जोड़े जाने के लिए अस्सी के दशक से इस विकासखंड के सोल क्षेत्र के लोगों आंदोलित है। जनता की मांग पर इस सड़क के निर्माण की सरकारों के द्वारा समय.समय पर स्वीकृतियां जारी की गई किंतु निर्माण कार्य आज तक शुरू नही हो पाया हैं। जिसके कारण रुईसाण गांव के अधिकांश ग्रामीण यातायात सुविधा से वंचित पड़े हुए हैं।
निर्माण कार्य शुरू करवा जाने की मांग को लेकर बुधवार को ग्रामीणों ने लोनिवि थराली के अधिशासी अभियंता का घिराव कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा।इस मौके पर ग्रामीणों ने कहा कि बहुप्रतीक्षित रुईसाण .तेलाण साढ़े आठ किमी मोटर सड़क के निर्माण की पिछले वर्षों एक बार फिर से राज्य सरकार ने स्वीकृति दे दी हैं। इसके विरुद्ध ग्रामीणों ने अनापत्ति प्रमाण पत्र सहित आवश्यक दस्तावेज विभाग में जमा कर दिए हैं। बावजूद इसके अभी तक संयुक्त निरीक्षण तक नही हो पाया हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि लोनिवि के मुख्य अभियंता कार्यालय में इसी गांव के एक विभागीय अधिकारी के द्वारा लगातार विभागीय उच्चाधिकारियों को गुमराह किए जाने का आरोप भी लगाया है। ग्रामीणों का कहना हैं कि इस मोटर के निर्माण के बाद रूईसाण गांव के यातायात से वंचित ग्रामीणों के साथ ही पिंडर घाटी के थराली, देवाल एवं नारायणबगड़ विकासखंडों के साथ ही नंदानगर घाट की जनता को भारी लाभ मिलना तय है। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि तत्काल तमाम आवश्यक कार्रवाई पूरी कर निर्माण कार्य शुरू नही किया गया तों मजबूरन ग्रामीणों को उग्र आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा।
इस संबंध में लोनिवि थराली के अधिशासी अभियंता अजय काला ने आंदोलनकारियों को बताया कि सर्वे का कार्य पूरा कर लिया गया है। अप्रैल माह में इसका संयुक्त निरीक्षण कर तेजी के साथ अन्य आवश्यक दस्तावेजों को तैयार कर निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इस मौके पर क्षेत्र पंचायत सदस्य दिगंबर प्रसाद देवराड़ी, मोहन सिंह सोलवासी हरीश सोलियाल, उप प्रधान पप्पू सोलियाल, कैलाश रावत, गणेश सोलियाल, नरेंद्र रावत, महिपाल सिंह रावत, ईश्वरी प्रसाद देवराड़ी आदि मौजूद थे।












