अल्मोड़ा। उच्च न्यायालय नैनीताल की अधिवक्ता कु० स्निग्धा तिवारी को आज एशिया प्रशांत क्षेत्र की ग्रीन पार्टियों ने मतदान से अगले एक वर्ष के लिए एशिया प्रशांत ग्रीन फेडरेशन का संयोजक चुन लिया।
आज दोपहर में एशिया प्रशांत क्षेत्र के सदस्य देशों एवं ऑब्जर्वर देशों की ए.जी.एम. की स्काईप पर ऑनलाइन करीब तीन घंटे चली बैठक के बाद स्निग्धा इस पद पर चुनी गई।
ज्ञातव्य है कि विश्व में पर्यावरण संरक्षण, टिकाऊ विकास एवं जलवायु परिवर्तन को लेकर राजनैतिक हस्तक्षेप के पक्षधर दलों ने एशिया प्रशांत ग्रीन फेडरेशन का गठन किया है जिसमें स्थाई सदस्य बांग्लादेश, भारत, पाकिस्तान, नेपाल, ताईवान, कोरिया एवं मंगोलिया शामिल हैं। जबकि करीब आधे देशों को ऑब्जर्वर का दर्जा प्राप्त है।
इस पद पर चुने जाने के बाद स्निग्धा को एक अन्य संयोजक के साथ इस फेडरेशन को एक वर्ष तक नेतृत्व देने की ज़िम्मेदारी निभानी होगी।
ज्ञातव्य है कि चिपको, वन बचाओ आंदोलन के नेतृत्वकारियों, आम जनता के हितों के लिए संघर्षरत आंदोलनकारियों द्वारा बनाई गई उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी इस फेडरेशन की स्थाई सदस्य है एवं समय-समय पर वैश्विक स्तर पर होने वाले सम्मेलनों में अहम भूमिका अदा करती है।
पर्यावरण संरक्षण एवं मानवाधिकारों के संरक्षण के आयोजनों से जुड़ी स्निग्धा ने उपपा प्रतिनिधि के रूप में मार्च 2017 को लोवर पुल इंग्लैंड में आयोजित ग्लोबल ग्रीन की कांग्रेस में तथा गत वर्ष ऑस्ट्रेलिया में एशिया प्रशांत क्षेत्र के प्रतिनिधियों की बैठक में भी भाग लिया था। स्निग्धा उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी.सी. तिवारी की पुत्री है।