देहरादून। पिथौरागढ़ जिले के डीडीहाट तहसील के अंतर्गत अत्यंत पिछड़े हुए आठाबीसी समुदाय को ओबीसी में शामिल करने का आग्रह मुख्यमंत्री से किया। मुख्यमंत्री को इस संबंध में आज एक ज्ञापन सौंपा गया। इससे पहले जौरासी में हुई क्षेत्र के 21 ग्राम पंचायतों के प्रधानों की बैठक में निर्णय लिया गया कि मुख्यमंत्री से आग्रह किया जाएगा कि इस पिछड़े हुए समुदाय के उत्थान के लिए कार्य किया जाना आवश्यक है। सभी 21 ग्राम पंचायतों की अलग-अलग बैठक बुलाकर प्रस्ताव पारित किये गये।
आज मुख्यमंत्री कार्यालय में आठाबीसी क्षेत्र निवासी शंकर सिंह भाटिया ने मुख्यमंत्री को इस संबंध में अनुरोध का पत्र और सभी 21 ग्राम पंचायतों के प्रस्तावों की प्रति मुख्यमंत्री को सौंपी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस पर गंभीरता पूर्वक विचार करने और कार्यवाही अमल में लाने का आश्वासन दिया। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि क्षेत्र का भ्रमण कर वे सभी जनप्रतिनिधियों से रूबरू होंगे और क्षेत्र की समस्याओं को सुनेंगे।
गौरतलब है कि 21 ग्राम पंचायतों में फैले इस समुदाय के यहां करीब 50 से अधिक गांव हैं। इस पूरे क्षेत्र में सिर्फ दो इंटर कालेज, तीन हाई स्कूल, सात जूनियर हाई स्कूल, 23 प्राइमरी स्कूल हैं। स्वास्थ्य के नाम पर दो ऐलोपैथिक और दो आयुर्वेदिक डिस्टपेंसरी हैं। यहां एक भी तकनीकी शिक्षण संस्थान नहीं हैं। अधिकांश गांव सड़क मार्ग से वंचित हैं। जब सिर्फ अल्मोड़ा तक सड़क मार्ग था, पूरे धारचूला, कनालीछीना क्षेत्र के लोग जौरासी से होकर आठाबीसी से सेराघाट होते हुए अल्मोड़ा तक पैदल जाते थे। यह पैदल मार्ग आज भी पैदल मार्ग ही है, कई बार सर्वे होने के बाद भी इस पूरे क्षेत्र को जोड़ने वाली सड़क आज तक नहीं बन पाई।