
उरगम घाटी धूमधाम से मनाया जाता है पंच केदार कल्पेश्वर घाटी में बैसाखी का मेला।
बड़गिडा गांव की महिलाएं अपने.अपने घरों से हरियाली की टोकरी लेकर देव खोला में पहुंचती है यहां परंपरागत रूप से झूमेला चौफला नृत्य का आयोजन किया जाता है हरियाली की चारों ओर झूमेला नृत्य किया जाता है। उसके बाद गांव की कुछ महिलाएं हरियाली की टोकरी को सिर में रखकर चंडिका मंदिर में जाते हैं। वहां भगवती चंडिका को हरियाली चलाते हैं। हरियाली चढ़ाने के बाद वापस गांव में लौटते हैं।
सभी को हरियाली तोड़कर सुख समृद्धि की कामना करती हैं। यह परंपराएं सैकड़ों सालों से चली आ रही है। बैसाखी के दिन शाम को 5.00 बजे के समय में सभी देवखोला में इकट्ठा होते हैं। उसके बाद नृत्य का आयोजन किया जाता है। नृत्य करने के बाद हरियाली चढ़ाने की परंपरा पूरी की जाती है।
लक्ष्मण सिंह नेगी की रिपोर्ट












