गैरसैंण। ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण विधानसभा में 29 व 30 नवंबर को विधान सभा सत्र का आयोजन होने पर स्थानीय लोगों में उत्साह का माहौल बना हुआ है। विधान सभा का अंतिम सत्र भराड़ीसैंण में होने की सूचना देते हुए क्षेत्रीय विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि बृहस्पतिवार को केबिनेट बैठक में भराड़ीसैंण में दो दिवसीय सत्र ओयोजित करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने ने विधान सभा का अंतिम सत्र गैरसैंण में आयोजित कराने को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया।
इस बात की खबर लगते ही कांग्रेस के ब्लॉक अघ्यक्ष के एस बिष्ट ने कहा कि सरकार को ग्रीष्मकाल में भी भराड़ीसैंण में सत्र आयोजित करना चाहिए था, यह चुनावों के देखते हुए दिवावे के लिए मात्र दो दिवसीय सत्र
का आयोजन कर सरकारी धन का दुरुपयोग कर रही है, कहा कि यदि सरकार की मंशा साफ है तो वह गैरसैंण जिला बनाने की घोषणा करें। निकट चुनावों से पूर्व इस अंतिम सत्र के लिए सरकार व उसके नुमायंदे जब गैरसैैंण पहुंचेंगे तो तब तक दिखावे के लिए यहां की सड़क को संवारने का प्रयास किया जा रहा है। पांच साल से बदहाल पड़ी सड़कों पर ठेकेदारों ने काम शूरू कर दिया है। अब वह जल्दबाजी में गैरसैंण से पांडुवाखाल एन एच पर बिना खडंजे ही कीचड़ व मिटी के ऊपर ही सीमेंट कांक्रीट का मिश्रण डाल कर नाली निर्माण में जुटे हैं।
वरिष्ठ अधिवक्ता कुँवरसिंह झिंक्वाण ने कहा कि ग्रीष्मकालीन राजधानी में समय समय पर सरकार का दौरा होता तो गैरसैंण की संड़कों की यह दुदर्शा नहीं होती। भाजपा के मंडल अध्यक्ष महावीर रावत, नगर अध्यक्ष
मंगलनारायण व भाजपा के वरिष्ठ नेता रामचंद्र गौड़ ने कहा कि गैरसैंण में विधानसभा सत्र आयोजित करने के सरकारी फरमान से आम जन मानस में खुशी का माहौल है और भाजपा कार्यकर्ताओं में उर्जा का संचार हुआ है।