थराली से हरेंद्र बिष्ट।
गत दिवस सैनिक बाहुल्य सवाड़ गांव में भाजपा के द्वारा सरकारी कार्यक्रम का राजनीतिकरण किया गया, वही मुख्यमंत्री द्वारा देवाल की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेसियों ने यहां बाजार में जुलूस निकालकर प्रर्दशन किया और सीएम का पुतला फूंकते हुए भाजपा पर जनता की गाढ़ी कमाई को अपने प्रचार में फूंकने का आरोप लगाया।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि शहीद सैनिकों के नाम पर जिस तरह से सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने सवाड़ गांव में किया, वह अपने आप में शहीदों का सम्मान नहीं कहा जा सकता है। कहा कि इस कार्यक्रम में देवाल एवं थराली ब्लाक के शहीदों के परिजनों को ताम्रपत्र देने के लिए सवाड़ मंगाया गया। किंतु अपने अन्य राजनीतिक कार्यक्रमों में पहुंचने की जल्दीबाजी में केवल एक शहीद की आश्रित को प्रतिकात्मक रूप पर ताम्रपत्र दे कर इस कार्यक्रम का समापन कर दिया, जो कि शहीदों का अपमान है। उन्होंने कहा कि सैन्यधाम को सवाड़ जैसे किसी सैनिक बाहुल्य गांव में होना चाहिए था। किंतु इसे देहरादून में बनाएं जाने का औचित्य क्या हैं, किसी की समझ में नहीं आ रहा है।
कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि सवाड़ में सरकारी कार्यक्रम बता कर लाखों रुपए जनता की गाढ़ी कमाई को फूंक कर स्वयं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भाजपा के राष्ट्रीय एवं राज्य के प्रदेश अध्यक्ष एवं मंत्री केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का महिमा मंडन करते रहे, किंतु सवाड़ जैसे सैनिक बाहुल्य गांवों में एक केंद्रीय विद्यालय तक की स्थापना की हिम्मत नहीं जुटा पाए। आरोप लगाया कि देशभर के तमाम राज्यों में शायद इतिहास में पहली बार होगा कि कोई मुख्यमंत्री किसी सार्वजनिक मंच पर पहुंचे और विकास के कार्यों पर धेलेभर तक की घोषणा करना तो दूर विकास की बात भी नहीं करना बेहद दुर्भाग्य पूर्ण है। जिससे साफ जाहिर हैं की सीएम एवं भाजपा की दृष्टि में चमोली जिले के सैनिकों एवं आम जनता का कोई भी वजूद नहीं है। जिसका कांग्रेस पार्टी कड़ा विरोध करती रहेगी। कांग्रेसियों ने यहां मुख्य बाजार में जोरदार नारेबाजी के साथ सीएम का पुतला फूंका।
इस मौके पर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष इंद्र सिंह राणा, कांग्रेस जनजाति प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह पांगती, कांग्रेस सहकारिता प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष महावीर बिष्ट, ब्लाक महामंत्री खिलाफ सिंह दानू, राकेश मिश्रा, हीरा सिंह, मोहन दानू, कुंदन भंडारी, कंचन बिष्ट, हेमा देवी, उमा देवी, भूपाल सिंह गड़िया, पूर्व कैप्टन भुपाल सिंह, कुंदन बिष्ट, पूर्व जेष्ठ प्रमुख मोहन राम, राजेंद्र सिंह, खिलाफ बिष्ट,, सचिन परिहार, कलम दानू, लखपत परिहार आदि कांग्रेसी मौजूद थे।