थराली से हरेंद्र बिष्ट।
भारतीय रक्षा मंत्रालय के तहत देश की सीमाओं तक जाने वाली प्रमुख सड़कों के निर्माण का जिम्मा संभाले बीआरओ ने अपना 61वां स्थापना दिवस ग्वालदम में अपने कैंप में कोरोना वायरस के बचाव के तहत जारी गाइड लाइन के तहत धूमधाम से मनाया इस मौके पर संगठन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने एक दूसरे को बधाई दी।
बीआरओ के ग्वालदम स्थित कैंप में मनाएं गए स्थापना दिवस समारोह के मौके पर संगठन के कैप्टन चेतन ठाकुर ने कहा कि देश की सीमाओं तक सैनिकों एवं युद्ध सामग्रियों को पहुंचाने के लिए बेहतरीन सड़कों के निर्माण के लिए भारत सरकार ने 7 मई 1960 को सीमा सड़क संगठन की स्थापना कर उसे सड़कों के निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी।तब से लेकर आज तक संगठन बेहतरीन तरीके से सौपी गई जिम्मेदारी का निर्वहन करते आ रही हैं। कहां कि इस दौरान उसे कई चुनौतियों के साथ ही अपने बेहतरीन एवं जांबाज आधिकारियों एवं सैनिकों को भी खोया हैं बावजूद इसके बिना हौसला खोए लगातार संगठन देश की सेवा में जुटा हुआ हैं। बताया कि वर्तमान समय में संगठन के जिम्मे देशभर के अंदर 75 से अधिक सड़को पर कार्य किया जा रहा है। जबकि अब तक संगठन ने देश में 53,000 से अधिक लंबी सड़को का कुशलता पूर्वक निर्माण किया है। इसके साथ ही सीमांत क्षेत्रों के रखरखाव का जिम्मा भी संगठन के कंधों पर है। उन्होंने अधिकारियों एवं जवानों से पूरी निष्ठाए इमानदारी एवं कुशलता के साथ अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करने की अपील की। इस मौके पर संगठन के एसके पटेल, जीबी शर्मा, डीपी सिंह, रिया जुयाल, मोहन राम, गोपाल सिंह, राकेश कुमार आदि ने भी विचार व्यक्त किए।