देहरादून: रेलवे स्टेशन को मॉडल स्टेशन बनाने के लिए एमडीडीए डिजाइन तैयार कर चुका है। स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का विस्तार होना है। रेलवे कर्मचारी कॉलोनी को भी ध्वस्त कर चुका है। लेकिन मसूरी बस अड्डा विस्तारीकरण में आड़े आ रहा है।
रेलवे ने रोडवेज को भूमि किराए पर दे रखी है, लेकिन रोडवेज इसका किराया भी जमा नहीं करवा रहा है। रेलवे का निगम पर 53 लाख 36 हजार 688 रुपये बकाया चल रहा है। नोटिस में रेलवे को 31 जुलाई तक बकाया किराया जमा कराने को भी कहा है। चेतावनी दी कि यदि किराया जमा नहीं करवाया गया तो रेलवे कार्रवाई करेगा। साथ ही 31 जुलाई तक इसे खाली भी करना होगा।
रेलवे ने सीनियर सेक्शन इंजीनियर और सहायक मंडल अभियंता कार्यालय ने रोडवेज को बस अड्डा खाली करने के लिए नोटिस भेज दिया है। नोटिस में चेतावनी दी गई कि यदि तय तिथि तक बस अड्डा खाली नहीं किया तो रेलवे खुद कड़ी कार्रवाई करेगा। यहाँ से रोजाना 50 से अधिक बसों का संचालन होता है।
अब निगम बस अड्डे का संचालन आईएसबीटी से कर सकता है। दूसरा विकल्प गांधी रोड पर पुराने दिल्ली बस अड्डे की एक एकड़ भूमि है। यह भूमि सालों से खाली पड़ी है। यहां शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और मुख्यालय बनना था। निगम दो बिल्डरों के साथ इसके लिए अनुबंध कर चुका है, लेकिन यह काम नहीं हो पाया।