• About Us
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Terms & Conditions
  • Refund Policy
  • Disclaimer
  • DMCA
  • Contact
Uttarakhand Samachar
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल
No Result
View All Result
Uttarakhand Samachar
No Result
View All Result

चारधाम यात्रा मौसम बना विलेन

24/05/25
in उत्तराखंड, देहरादून, यात्रा
Reading Time: 1min read
28
SHARES
35
VIEWS
Share on FacebookShare on WhatsAppShare on Twitter

डॉ. हरीश चन्द्र अन्डोला

उत्तराखंड हिमालय में बसा एक छोटा सा पहाड़ी राज्य है, जिसे देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है.
उत्तराखंड अपनी प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक महत्व के लिए देशभर में प्रसिद्ध है. यहां की चारधाम
यात्रा एक ऐसा अनुभव है जो आपको आध्यात्मिक शांति और आत्म-ज्ञान की ओर ले जाता है. चारधाम
यात्रा उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी भी है. उत्तराखंड चारधाम की यात्रा जोरों शोरों पर चल
रही है. वर्तमान स्थिति यह है कि पिछले कुछ दिनों की तुलना में चारधाम की यात्रा पर आने वाले
श्रद्धालुओं की संख्या में थोड़ा इजाफा देखा जा रहा है. वहीं चारधाम की यात्रा पर होने वाले श्रद्धालुओं के
मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है. 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने
के साथ शुरू हुई चारधाम यात्रा में अब तक 41 श्रद्धालुओं की मौत तमाम कारणों से हो चुकी है. अकेले
केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद यानी इन 19 दिनों में 19 श्रद्धालुओं की मौत हुई है.हर साल
चारधाम की यात्रा पर आने वाले तमाम श्रद्धालुओं की मौत स्वास्थ्य खराब होने की वजह से होती रही है.
यही वजह है कि उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग हर साल चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले हेल्थ एडवाइजरी
जारी करता है. ताकि यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु पहले से ही पूरी तैयारी के साथ यात्रा पर आएं. इसके
अलावा विशेष रूप से उन श्रद्धालुओं से सरकार यह अपील करती रही है कि ऐसे श्रद्धालु जिनको पहले से
ही कोई बीमारी है, वो श्रद्धालु यात्रा के दौरान विशेष सावधानी बरतें. बावजूद इसके श्रद्धालु अपने स्वास्थ्य
का परीक्षण कराए बिना ही चारधाम यात्रा पर चले जाते हैं. जिसके चलते कई बार यात्रा मार्ग पर यात्रियों
का स्वास्थ्य खराब होने के चलते उनकी मृत्यु तक हो जाती है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली
जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू होने के बाद 20 मई तक 41 श्रद्धालुओं
की मौत तमाम वजहों से हो चुकी है. बदरीनाथ धाम में स्वास्थ्य खराब होने की वजह से दो श्रद्धालुओं की
मौत हुई है. केदारनाथ धाम में स्वास्थ्य खराब होने से 18 श्रद्धालुओं के साथ ही एक श्रद्धालु की मौत अन्य
कारण से हुई है. यानी केदारनाथ धाम में कुल 19 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. गंगोत्री धाम में अब तक 11
श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. जिसमें पांच श्रद्धालुओं की मौत स्वास्थ्य खराब होने की वजह से और 6
श्रद्धालुओं की मौत 8 मई को हेलीकॉप्टर क्रैश होने की वजह से हुई है. इसी तरह यमुनोत्री धाम में 9
श्रद्धालुओं की मौत हुई है. जिसमें आठ श्रद्धालुओं की मौत स्वास्थ खराब होने की वजह से और एक श्रद्धालु
की मौत अन्य कारण से हुई है. 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही
उत्तराखंड चारधाम की यात्रा शुरू हुई है. साथ ही 2 मई को बाबा केदारनाथ और 4 मई को बदरी विशाल
के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए. इसके बाद से अभी तक 11 लाख 55 हजार 386 श्रद्धालु
चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. पर्यटन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, 21 मई की शाम 7 बजे तक
यमुनोत्री धाम में 2 लाख 10 हजार 908 श्रद्धालु, गंगोत्री धाम में 1 लाख 96 हजार 200 श्रद्धालु,
केदारनाथ धाम में 4 लाख 53 हजार 414 श्रद्धालु और बदरीनाथ धाम में 2 लाख 94 हजार 864 श्रद्धालु
दर्शन कर चुके हैं. वहीं, चिकित्सकों के मुताबिक केदारनाथ धाम में ऑक्सीजन स्तर मात्र 80 प्रतिशत तक
रह जाता है जबकि सामान्य स्तर 94 फीसदी होता है. ऑक्सीजन की इस कमी का सीधा असर दिल और

दिमाग पर पड़ता है. बीते वर्षों के आंकड़े भी इस खतरे की पुष्टि करते हैं. इन आंकड़ों से साफ है कि बिना
तैयारी और सेहत की जांच के चारधाम यात्रा करना जान जोखिम में डालने जैसा है. उत्तराखंड के उच्च
हिमालयी क्षेत्र में बसे चारधाम (यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम) श्रद्धा का प्रतीक तो हैं ही
लेकिन यहां तक पहुंचने का रास्ता शरीर और सेहत के लिए एक बड़ी चुनौती भी पेश करता है. समुद्रतल से
3,000 मीटर से अधिक ऊंचाई पर बसे इन पवित्र धामों में ऑक्सीजन की कमी, पल-पल बदलता मौसम
और कठिन रास्ते श्रद्धालुओं की परीक्षा लेते हैं. ऐसे में अगर आप इस बार चारधाम यात्रा का मन बना रहे
हैं, तो सावधानी और तैयारी के साथ ही कदम बढ़ाएं, वरना आस्था का यह सफर मुश्किलों भरा हो सकता
है. । *लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं।लेखक वर्तमान में दून विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं।*

Share11SendTweet7
https://uttarakhandsamachar.com/wp-content/uploads/2025/10/yuva_UK-1.mp4
Previous Post

हैक्सी-डैक्सी बॉक्स द्वारा दी गयी व्यवहारिक कला की शानदार प्रस्तुतियां

Next Post

उत्तराखंड में डेमोग्राफिक बदलाव कैसे हो रहा!

Related Posts

उत्तराखंड

पर्यटन स्थल हैं त्रिपुरा देवी मंदिर!

October 24, 2025
42
उत्तराखंड

चंपावत में खोला जाएगा कृषि विश्वविद्यालय : मुख्यमंत्री

October 24, 2025
6
उत्तराखंड

मुख्यमंत्री ने टनकपुर ( चंपावत) में भैया दूज (च्यूड़ा पूजन) समारोह में किया प्रतिभाग, महिलाओं ने किया पारंपरिक पूजन

October 24, 2025
6
उत्तराखंड

दून पुस्तकालय में बहे ऋत्विज पंत के शास्त्रीय गायन के रंग

October 24, 2025
7
उत्तराखंड

वार्षिक पत्रिका ‘प्रयास’ के 16वें संस्करण का हुआ विमोचन

October 24, 2025
6
उत्तराखंड

सरदार पटेल केवल भारत के लौह पुरुष नहीं, बल्कि एकता और अखंडता के प्रतीक थे – जिलाधिकारी

October 24, 2025
4

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Popular Stories

  • चार जिलों के जिलाधिकारी बदले गए

    67470 shares
    Share 26988 Tweet 16868
  • डोईवाला : पुलिस,पीएसी व आईआरबी के जवानों का आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण सम्पन्न

    45755 shares
    Share 18302 Tweet 11439
  • ऑपरेशन कामधेनु को सफल बनाये हेतु जनपद के अन्य विभागों से मांगा गया सहयोग

    38026 shares
    Share 15210 Tweet 9507
  •  ढहते घर, गिरती दीवारें, दिलों में खौफ… जोशीमठ ही नहीं

    37422 shares
    Share 14969 Tweet 9356
  • विकासखंड देवाल क्षेत्र की होनहार छात्रा ज्योति बिष्ट ने किया उत्तराखंड का नाम रोशन

    37293 shares
    Share 14917 Tweet 9323

Stay Connected

संपादक- शंकर सिंह भाटिया

पता- ग्राम एवं पोस्ट आफिस- नागल ज्वालापुर, डोईवाला, जनपद-देहरादून, पिन-248140

फ़ोन- 9837887384

ईमेल- shankar.bhatia25@gmail.com

 

Uttarakhand Samachar

उत्तराखंड समाचार डाॅट काम वेबसाइड 2015 से खासकर हिमालय क्षेत्र के समाचारों, सरोकारों को समर्पित एक समाचार पोर्टल है। इस पोर्टल के माध्यम से हम मध्य हिमालय क्षेत्र के गांवों, गाड़, गधेरों, शहरों, कस्बों और पर्यावरण की खबरों पर फोकस करते हैं। हमारी कोशिश है कि आपको इस वंचित क्षेत्र की छिपी हुई सूचनाएं पहुंचा सकें।
संपादक

Browse by Category

  • Bitcoin News
  • Education
  • अल्मोड़ा
  • अवर्गीकृत
  • उत्तरकाशी
  • उत्तराखंड
  • उधमसिंह नगर
  • ऋषिकेश
  • कालसी
  • केदारनाथ
  • कोटद्वार
  • क्राइम
  • खेल
  • चकराता
  • चमोली
  • चम्पावत
  • जॉब
  • जोशीमठ
  • जौनसार
  • टिहरी
  • डोईवाला
  • दुनिया
  • देहरादून
  • नैनीताल
  • पर्यटन
  • पिथौरागढ़
  • पौड़ी गढ़वाल
  • बद्रीनाथ
  • बागेश्वर
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • राजनीति
  • रुद्रप्रयाग
  • रुद्रप्रयाग
  • विकासनगर
  • वीडियो
  • संपादकीय
  • संस्कृति
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • साहिया
  • हरिद्वार
  • हेल्थ

Recent News

पर्यटन स्थल हैं त्रिपुरा देवी मंदिर!

October 24, 2025

चंपावत में खोला जाएगा कृषि विश्वविद्यालय : मुख्यमंत्री

October 24, 2025
  • About Us
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Terms & Conditions
  • Refund Policy
  • Disclaimer
  • DMCA
  • Contact

© 2015-21 Uttarakhand Samachar - All Rights Reserved.

No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल

© 2015-21 Uttarakhand Samachar - All Rights Reserved.