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01-कांग्रेस एससी विभाग की बैठक में मंचासीन पूर्व मंत्री श्री भंडारी, जिपं अध्यक्ष रजनी भंडारी व अन्य।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। कांग्रेस अनुसूचित विभाग की बैठक में कांग्रेस पार्टी का मजबूत करने के साथ ही 2022 के चुनाव को फतह करने का संकल्प लिया गया।
यहाॅ ब्लाक सभागार मे अनुसूचित विभाग के जिलाध्यक्ष/जिला पंचायत सदस्य सूरज सैलानी की अध्यक्षता में हुई बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व कैबनेट मंत्री राजेन्द्र भंडारी ने कहा कि अनुसूचित जाति के हको की रक्षा के लिए कांग्रेस पार्टी प्रतिबद्ध है। उन्होने कहा कि आरक्षण को किसी भी दशा में खत्म नहीं करने दिया जाऐगा। और अनु0जाति के छात्रों को पूर्व मे मिलने वाला छात्रवृत्ति व कोंिचंग के लिए आर्थिक सहायता जो न्यून है कांग्रेस सत्ता मे आने पर इसमे बढोत्तरी करेगी। श्री भंडारी ने कहा कि भाजपा सरकार के निराशाजनक कार्यकाल से सभी परिचित हो चुके है। अब सभी को एकजुट होकर 2022के विघान सभा चुनाव मे भाजपा को सत्ता से बेदखल करना है। इसके लिए अभी से बूथ स्तर पर कार्य करने की आवश्यता है। भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ कांग्रेस सदन से लकर सडक तक निरंन्तर संघर्ष करती रही है।
अनुसूचित विभाग की इस बैठक मे एससी के वैकलाॅग पदों पर भर्ती के साथ ही शिक्षा स्वास्थ्य, सडक एंव रोजगार पर वक्ताओ ने विचार ब्यक्त किए। इस बैठक मे जिला पंचायत चमोली की अध्यक्ष रजनी भंडारी के अलावा नगर पालिका जोशीमठ के अध्यक्ष शैलेन्द्र पंवार, ब्लाक प्रमुख हरीश परमार,ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष हरीश भंडारी, नगर अध्यक्ष रोहित परमार, पूर्व दायित्वधारी ठाकुर सिंह राणा, महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष देवेश्वरी साह,जयदीप मेहत्ता,पूर्व प्रधान मोहन लाल बजवाल, बुद्धी लाल, पूर्व क्षेपं सदस्या तुलसी देवी, एससी विभाग के प्रदेश महामंत्री लक्ष्मी लाल, जिला सचिव गोविन्द सैलानी, ब्लाक अध्यक्ष शिव लाल, नगर अध्यक्ष कैलाश जोशियाल, बद्री लाल, विजेन्द्र,अर्जुन कुलदीप कुमार विक्रम आदि मौजूद रहे। इस दौरान यूकेडी महेन्द्र नंबूरी, अभाविप से जुडे छात्र संघ जोशीमठ अध्यक्ष शुभंम पंवार तथा रिंकु डिमरी, महाबीर रडवाल व विक्रम कुमार ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
बैठक के उपरान्त कांग्रेस जनजाति प्रकोष्ठ के पदाधिकारियेां ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह द्वारा विधान सभा मे नियम 58 के तहत जनजाति समुदाय को भूमिधरी का अधिकार दिलाने का मामला उठाया गया। जो सराहनीय है लेकिन बदरीनाथ के विधायक महेन्द्र भटट द्वारा इसका श्रेय लिया जा रहा है जो सरासर गलत हैं। इससे गुस्साए जनजाति प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओ ने मुख्य चैराहे पर बदरीनाथ विधायक का पुतला दहन किया।