देहरादून। प्रदेश के सबसे बड़े महाविद्यालय डीएवी पीजी कॉलेज में हिंदी विभाग में धांधली के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् कॉलेज इकाई के कार्यकर्ताओं ने भ्रष्टाचारी प्राचार्य का दशानन रूप में पुतले का दहन किया।
एबीवीपी प्रदेश मंत्री काजल थापा ने बताया कि जहां डीएवी महाविद्यालय राज्य का सबसे बड़ा महाविद्यालय है उस महाविद्यालय में शिक्षा का बाजारीकरण होना अत्यंत चिंता का विषय है और जिन गुरुओ पर विद्यार्थी भरोसा करके पढ़ने आते है उन्ही तथाकथित गुरुओं के द्वारा ऐसी घटना होना घोर निंदनीय है।
कहा की विद्यार्थी परिषद तब तक आंदोलन करती रहेगी जब तक कि इस घटना में संलिप्त सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही नही हो जाती।
केन्द्रीय कार्यसमिति सदस्य ऋतांशु कंडारी ने कहा की विद्यार्थियों के भविष्य का सौदा ये गिरोह मिल कर कर रहा है, ऐसे प्राचार्य जिनकी वजह से हज़ारों विद्यार्थियों को दर दर भटकना पड़ता है।
ऐसे प्राचार्य को शर्म से इस्तीफा देना चाहिए, गढ़वाल विश्वविद्यालय की कुलपति का परीक्षा नियंत्रक का इसमें स्पष्ट दोष देखा जा सकता है। छात्रों की कॉपियां दुकानों से मिलनाखली कॉपियां बाहर दुकानों पर मिलना ये दर्शाता है कि किसे शिक्षा की सौदेबाजी बड़े स्तर पर की जा रही है जिससे विद्यार्थियों का भविष्य अधर में है।
छात्र नेता गौरव तोमर ने बताया की प्राचार्य प्रो कालू राम जैन से जब जवाब मांगा गया तो उन्होंने कुछ स्पष्ट जवाब नहीं दिया, जिससे छात्र और भी ज्यादा अक्रोषित हो गए हैं। कहा की जो भी इस धांधली में शामिल हैं सभी को जेल के पीछे पहुंचने तक हम आंदोलनरत रहेंगे।
छात्र नेता दयाल बिष्ट ने कहा की कॉलेज में हिंदी विभाग में चल रहे धांधली के सम्बंध में अभाविप द्वारा जिलाधिकारी कार्यालय में शासन प्रशासन की टीम से जांच की व प्राचार्य के निलंबन की मांग के लिए अपर जिलाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा।
इस दौरान उर्मिला बिष्ट, महानगर मन्त्री करन घाघट, किरन कठायत, विवेक ममगाई, सागर तोमर, राहुल चौहान, नागेन्द्र बिष्ट, विजया वेसनेट, समृद्धि, नेहा, दक्ष शर्मा, नवदीप राणा, यशप्रताप बिष्ट, प्रियांशु, अरमान डोभाल, अमन तोमर, हिमांशु सुमित आदि उपस्थित रहे।