प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। उच्च हिमालय की अधिष्ठात्री देवी लाता नन्दा की देवरा यात्रा 25 दिनों के नीती घाटी भ्रमण के उपरांत लाता गावँ पहुंची। यहाँ विधि विधान से हवन पूजन हुआ और सैकड़ों भक्तों की मौजूदगी व जयकारों के बीच माँ नन्दा गर्भ गृह मे विराजमान हुई।
नन्दा देवी देवरा यात्रा समिति के अध्यक्ष डॉ मान सिंह राणा ने 25 दिनों तक चली देवरा यात्रा मे सम्मलित सभी भक्तों व नीती घाटी के ग्रामीणों का आभार ब्यक्त करते हुए कहा कि हिमालय की आराध्य देवी माँ नन्दा के दर्शनों के लिए देश भर से भक्तगण पहुंचे। देवरा यात्रा के प्रत्येक पड़ाव व प्रवास के दौरान नीती घाटी के ग्रामीणों ने जिस भब्यता के साथ मां नन्दा देवी देवरा यात्रा का स्वागत किया वह अभूतपूर्व रहा। उन्होंने माता नन्दा से सभी भक्तों की मनोकामना पूर्ण करने की कामना की।
देवरा यात्रा के समापन मौके पर समिति के उपाध्यक्ष धीरेन्द्र गरोडिया, संरक्षक ठाकुर सिंह राणा, कोषाध्यक्ष नन्दन सिंह रावत, डॉ रामकृष्ण रावत, सुरेन्द्र सिंह रावत, प्रधान संगठन के जिला महामंत्री पुष्कर सिंह राणा, डॉ गुमान सिंह राणा, गब्बर सिंह रावत, शेर सिंह बुटोला, लाता की प्रधान सरिता देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य नन्दा देवी, पुजारी खुशहाल सिंह बुटोला, धन सिंह राणा सहित नीती घाटी के जनप्रतिनिधि व ग्रामीण मौजूद रहे।
गौरतलब है कि 14 वर्षों के बाद लाता नन्दा भगवती की देवरा यात्रा बीती 6 सितंबर को नीती घाटी के गांव के भ्रमण पर निकली थी, इस दौरान मां नन्दा की डोली तोलमा, फागति, जुम्मा, कागा, गरपक, द्रौणागिरी, सेंगला, जेलम, कोषा, मलारी, कैलाशपुर, मेहरगांव, फरकिया, बाम्पा, गमशाली, नीती, लोंग, सूकी, भलगावँ पहुंची, हर गावँ मे ग्रामवासियों ने देवरा यात्रा का पुष्प वर्षा के साथ जोरदार स्वागत किया।
देवरा यात्रा के विभिन्न प्रवासों के दौरान मुखौटा नृत्यों.गणेश पत्तर, बाघ पत्तर, सूरज पत्तर, मोर.मोरिन नृत्य, लाटा.लाटी नृत्य, गोपीचंद, राणी राधिका व राम.लक्ष्मण नृत्यों का भब्य आयोजन हुआ तो पारंपरिक पौंणा नृत्य, दाकुड़ी, झुमैलो, मांगलिक गीतों के कर्णप्रिय भजनों से पूरी नीती घाटी भक्तिमय बन गई थी।
देवरा यात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों मे पूजा अनुष्ठान व सिद्धपीठ लाता मे विशेष पूजाओं के लिए पंडित उमेश चन्द्र डोभाल व पंडित यादवेंद्र डोभाल पूरे 25 दिनों तक यात्रा मे मौजूद रहे।