सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
बीते कल यानि 17 अगस्त को जनपद रुद्रप्रयाग की तीनो तहसीलो मे जिलाधिकारी के निर्देश पर तहसील दिवस का आयोजन किया गया था। तहसील दिवस का मुख्य उद्देश्य यही होता है कि आम जनमानस की समसयाओ का शीघ्र अधिकारी समाधान कर सके।

मगर कल तहसील दिवस पर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियो की नाराजगी भी सामने आई,अधिकांश जनप्रतिनिधि इस तहसील दिवस से नदारत ही दिखे। वही तेज तरार व जन मुद्दों पर सीधी बात बोलने के लिए जाने, जाने वाले जिला पंचायत सदस्य रुद्रप्रयाग नरेंद्र सिह बिष्ट का कहना है कि जनता की समस्याओ के लिए तहसील दिवस लगाये गये,मगर दुर्भाग्य देखीये कि तहसील के ही जनप्रतिनिधियो को इस बात की सूचना तक नही दी गई।
ऐसे मे गरीबो की समसयाओ का समाधान कैसे होगा यह गम्भीर सवाल है। जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र बिष्ट के साथ-साथ कई अन्य जनप्रतिनिधियो का भी आरोप है कि जिला प्रशासन को चाहिए था कि सभी को सूचना दें ताकि जहाँ आम लोग नही आ सकते वहॉ उस क्षेत्र का प्रतिनिधि अपने लोगों व इलाके की समस्या रख पाते।
जन समस्याओ पर बेवाक आवाज उठाने वाले जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र बिष्ट ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार बिल्कुल गरीबों की हितेषी नहीं है।
गांव में उन लोगों को भी प्रधानमंत्री आवास मिले हैं जिनके पास पहले से ही पक्के एंव ठीक-ठाक मकान हैं। ओर आज भी जिन लोगों के पास अपना घर नही है ओर दूसरो के घरो में आश्रय लिए हुए हैं उनका नाम चयन सूची से गायब है ओर ऐसे लोगों को प्राथमिकता मे भी नही रखा गया,जोकि उच्च स्तरीय जांच का विषय है।
साथ ही ऐसे लोगों को बीपीएल/अंत्योदय सूची मैं रखा गया है जो कम से कम 20 साल तक इसका लाभ ले चुके हैं परंतु अभी तक प्रशासन द्वारा उनका नाम राशन कार्डो से नहीं काटा गया है। ऐसे ऐसे व्यक्ति गांव में हैं जिनके पास गाड़ी-घोड़ा-दूकाने है,यहां तक कि अपने बच्चे प्राइवेट स्कूलों में अच्छी-महंगी शिक्षा के लिए श्रीनगर,रुद्रप्रयाग,अगस्त्यमुनि,देहरादून आदि जगहों पर रह रहे हैं लेकिन बीपीएल,अंत्योदय,राश्ट्रीय खाद्य सुरक्षा का लाभ अभी तक ले रहे हैं।ग्रामीण कई गरीब व्यक्ति आज भी इस लाभ से वंचित है क्या विगत 20 सालों से जो व्यक्ति लाभ ले रहा है उनका लड़का सरकारी नौकरी तक लग चुका है लेकिन उनका नाम आज भी कार्डो से नहीं काटा गया यह स्थिति पूरे जनपद ही नही,पूरे उत्तराखंड में है।
आखिर तहसील दिवस पर इन जन मुद्दों पर क्यो बहस नही हुई,अगर हुई तो सम्बन्धित विभागीय अधिकारीयो ने क्या समाधान किया-?
कई ग्राम प्रधानो,क्षेत्र पंचायत सदस्यो व जिल्स पंचायत सदस्यो ने इस प्रकार तहसील दिवस को मात्र खाना पूर्ति बताते हुए कहा कि जब भी तहसील दिवस हो या जनता दरवार सभी जनप्रतिनिधियो को भी सूचित किया जाना चाहिए।












