उत्तराखंड समाचार पोर्टल ने प्रमुखता से उठाया था मामला
अल्मोड़ा। बीते दिनों दन्या कस्बे के रोलगल्ली गांव में मार्ग बंद होने के कारण गर्भवती महिला को चिकित्सा सुविधा ना मिल पाने के कारण हुई उसकी मौत के मामले में जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने इस मामले की जांच के लिए मजिस्ट्रेटी टीम गठित की है और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को कड़ी फटकार भी लगाई है। गौरतलब है कि उत्तराखंड समाचार पोर्टल द्वारा इस मामले को प्रमुखता से उठाया था।
बीते 28 अक्टूबर को रोलगल्ली गांव में हीरा देवी पत्नी गणेश सिंह को अचानक प्रसव पीड़ा हुई। हालत खराब होने पर ग्रामीणों ने उसे अस्पताल ले जाना चाहा। लेकिन पीएमजीएसवाई के अधीन आटी हनुमान मन्दिर से रंगोली मोटर मार्ग के बंद होने के कारण एम्बुलेंस सुविधा नहीं मिल पाई। जिसके बाद ग्रामीण महिला को डोली पर बैठाकर अस्पताल की ओर रवाना हुए। लेकिन महिला ने असहनीय दर्द होने पर रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी वंदना सिंह ने अब संबंधित अधिकारियों का जबाव तलब किया है। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि बंद पड़े मार्ग को आज तक क्यों नहीं खोला जा सका? इस कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारी व कर्मचारियों का उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए संबंधित कार्मिक के विरूद्व प्रस्तावित की जाने वाली विधिसंगत कार्रवाई की संस्तुति सहित आख्या जिलाधिकारी कार्यालय को उपलब्ध कराई जाए।
गर्भवती महिला की तड़प तड़प कर मौत हो गई।
अल्मोड़ा विकास खंड धौलादेवी के गल्ली गांव निवासी गर्भवती महिला की समय पर इलाज नहीं मिलने पर मौत हो गई। प्रसव होने के बाद महिला ने बच्ची को जन्म दिया। इसके बाद तबियत खराब होने पर उसको अस्पताल को लाया गया। इस दौरान बीच रास्ते में तड़प तड़प उसकी मौत हो गई। गांव के लोगों ने बताया कि हीरा देवी उम्र 22 वर्ष पत्नी पूरन सिंह की प्रसव पीड़ा के दौरान हॉस्पिटल लाते हुए रास्ते में मौत हो गई। कहा बीते दिनों अतिवृष्टि के कारण अल्मोड़ा पिथौरागढ़ हाइवे से लगी लिंक रोड हनुमान मंदिर डियाराखोली रोलगल्ली मोटर मार्ग के बंद होने से वाहनों की आवाजाही बंद है।
क्षेत्र के आधा दर्जन गांव के लोगों को इस वजह से परेशानी हो रही है। लोगों ने बताया की गुरुवार को गल्ली निवासी पूरन सिंह की पत्नी हीरा देवी को प्रसव पीड़ा हुई। गांव में ही गर्भवती महिला ने बच्ची को जन्म दिया। उसके बाद उसकी तबियत बिगड़ गई। गांव के लोग किसी तरह डोली में उसको लाये। लेकिन आधे रास्ते में दर्द से तड़प तड़प कर महिला उसकी मौत हो गई। लोगों ने बताया कि सड़क मार्ग बंद होने से गर्भवती महिला को अस्पताल पहुँचाने में देर हो गई।
इधर अधिशासी अभियंता आसुतोष ने बताया आपदा के बाद सड़कों को खोलने का काम किया जा रहा है।












