
रिपोर्ट.सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
जिलाधिकारी मनुज गोयल ने केदारनाथ यात्रा मार्ग रुद्रप्रयाग से सोनप्रयाग तक व्यवस्थाओं को लेकर निरीक्षण किया। उन्होंने कहा श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देना हमारा लक्ष्य है।
केदारनाथ धाम में बेहतर यात्रा संचालन सुविधा के दृष्टिगत जिलाधिकारी मनुज गोयल एवं पुलिस अधीक्षक आयूष अग्रवाल द्वारा रुद्रप्रयाग से सोनप्रयाग तक यात्रा मार्ग का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने मार्गों में स्थापित किए गए विभिन्न बैरियरों का बारीकी से निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या.107 रुद्रप्रयाग.गौरीकुड के अंतर्गत अगस्त्यमुनि, कुंड, गुप्तकाशी, फाटा, सोनप्रयाग आदि स्थानों में स्थापित की गई पुलिस चौकियों का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी गोयल ने यहां तैनात कार्मिकों को निर्देशित करते हुए कहा कि धाम में प्रवेश करने से पूर्व यात्रियों का ई.पास चैक करते हुए उसे क्रॉस चैक भी किया जाए। साथ ही यात्रियों से संबंधित सूचनाओं को लेकर तिथिवार रजिस्ट्रर मेंटेन किए जाएं। जिलाधिकारी द्वारा निरीक्षण के दौरान गुप्तकाशी में स्थित बैरियर में शौचालय व उचित पेयजल हेतु उपजिलाधिकारी ऊखीमठ को निर्देश दिए गए। उन्होंने धाम के अहम पड़ाव सोनप्रयाग में आवश्यक व्यवस्थाओं को लेकर उपजिलाधिकारी एवं तैनात पुलिस व अन्य संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। कहा कि यात्रा मार्ग पर संचालित होने वाले घोड़े.खच्चरों का भी नियमानुसार संचालन सुनिश्चित किए जाने हेतु धाम के अंतर्गत सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए जाएंगे।
सोनप्रयाग में कार्यदायी संस्था यूपीआरएनएन निर्माण निगम द्वारा निर्मित पार्किंग को लेकर संबंधित संस्था को निर्देशित करते हुए कहा कि पार्किंग में वाहनों के प्रवेश और निकासी हेतु अलग.अलग स्थान सुनिश्चित किए जाएं साथ ही पार्किंग के चारों ओर विद्युत व्यवस्था भी आवश्यक रूप से उपलब्ध हो।
उपजिलाधिकारी ऊखीमठ को तैनात अन्य संबंधित अधिकारियों से लगातार समन्वय स्थापित करते हुए बेहतर यात्रा संचालन के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि श्रद्धालुओं की संख्या सीमित होने के चलते बेहतर यात्रा संचालन का लगातार प्रयास होना चाहिए। उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा यात्रियों को हर तरह के सहयोग देने की बात कही।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल, उपजिलाधिकारी ऊखीमठ जीतेंद्र वर्मा सहित अन्य विभागीय अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।