थराली से हरेंद्र बिष्ट।
विगत दिनों देवाल के क्षेत्र प्रमुख दर्शन दानू के द्वारा परंपराओं से हट कर ब्लाक के सुदूरवर्ती गांव घेस में आयोजित क्षेत्र पंचायत की बैठक के दरमियान स्वास्थ्य विभाग की ओर से मौजूद देवाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक को सदन से बहार निकालने का मुद्दा गरमाने लगा है। इस संबंध में चिकित्सक संघ ने प्रमुख पर खुले रूप से डाक्टर का अपमान करने का आरोप लगाया है। चिकित्सकों ने इस मामले में सार्वजानिक माफी मांगने की मांग की है। इस मामले में मंगलवार को पीएचसी देवाल के चिकित्सकों ने बाहों में काला फीती बांध कर कार्य करते हुए मामले में अपना रोष प्रकट करते हुए उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
देवाल ब्लाक के चिकित्सकों ने शुक्रवार की देर सांय जारी एक विज्ञप्ति में आरोप लगाया है कि घेस बीटीसी बैठक में स्वास्थ्य विभाग का प्रतिनिधित्व करने गए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देवाल के चिकित्सक डॉ अक्षत थापा के साथ प्रमुख के द्वारा भरी सभा में दुर्व्यवहार करते हुए सदन से बहार निकाला गया, जोकि डाक्टरों के साथ आपत्तिजनक व्यवहार है। कहा है कि सीमांत क्षेत्र में तमाम सुविधाओं को छोड़ कर सेवाएं दे रहे चिकित्सकों के साथ इस तरह के व्यवहार से डॉक्टरों में भारी रोष बना हुआ है।
विज्ञापन के माध्यम से चिकित्सकों ने डॉ अक्षत थापा के साथ किए गए व्यवहार की घोर निंदा करते हुए कहा है कि तत्काल पीडित चिकित्सक से प्रमुख के द्वारा सार्वजानिक माफी नही मांगे जाने पर चिकित्सकों को मजबूरन उग्र आंदोलन छेड़ने पर विवश होना पड़ेगा। घटना से आक्रोशित पीएचसी देवाल के चिकित्सकों ने बाहों में काली पट्टी बांध कर चिकित्सकीय कार्य किए। इस मौके पर डॉ शहजाद अली, डॉ कुलदीप सिंह, डॉ शशांक नामदेव, डॉ अजीम आदि ने डॉ अक्षत थापा के साथ ब्लाक प्रमुख दर्शन दानू के द्वारा किए गए सार्वजनिक बर्ताव पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि मामले को चिकित्सक संघ की जिला एवं प्रदेश ईकाई को भी अवगत कराया गया है। उनके निर्देश पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।