फोटो… भगवान रूद्रनाथ की डोली ने कैलाश को प्रस्थान।
प्रकाश कपरवान
जोशीमठ, चमोली। चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ की डोली गोपीनाथ मंदिर गोपेश्वर से कैलाश के लिए रवाना हो गई। सीमित संख्या में श्रद्धालुओं के साथ भोले अपने ग्रीष्मकालीन प्रवास कैलाश को रवाना हुए। 18 मई को ब्रह्ममुहूर्त में हिमालय के मखमली बुग्यालों के बीच स्थित पंच केदार में एक भगवान रुद्रनाथ के कपाट खोल दिए जाएंगे।
आभूषणों और फूलों से सजी चतुर्थ केदार रुद्रनाथ की उत्सव डोली पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ रवाना हुई। पिछले वर्षो तक सैकड़ों की संख्या में श्रद्वालु उत्सव डोली के साथ जाते थे, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते मात्र 20 लोगों को ही अनुमति दी गई है। इस दौरान मास्क लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा पालन किया गया। दो दिनों की कठिन पैदल यात्रा में उत्सव डोली का पहला पडाव पनार रहेगा। इसके बाद अगले दिन डोली रूद्रनाथ के लिए रवाना होगी। भगवान रूद्रनाथ के कपाट 18 मई को ब्रहामुहूर्त में खोले जाएगे।
फोटो… भगवान रूद्र नाथ की डोली ने कैलाश को प्रस्थान किया।