गैरसैंण । पूर्व विधान सभा उपाध्यक्ष स्वण् डॉण् अनुसूया प्रसाद मैखुरी की श्रृद्धांजलि सभा में पूर्व मुख्य मंत्री हरीश रावत और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोबिंद सिंह कुंजवाल व अन्य कांग्रेसियों ने नम आंखों से श्रृद्धांजलि देते हुए डॉ मैखुरी के साथ बिताऐ समय और उनके द्वारा कराये गये विकास कार्यों का बखान किया।
इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि जब भी दुनियां भराड़सैंण में भव्य विधानसभा भवन देखेगी, तो उस समय डॉण् मैखुरी का चेहरा नजर आयेगा। उनका लक्ष्य था कि 2020 तक वह भराड़ीसैंण को सुविधा संपन्न बने ताकि राज्य की राजधानी का कार्य संचालित हो सके। उन्होंने कहा कि एपी मैखुरी को सच्ची श्रृद्धांजलि तभी होगी जब राज्य के सभी राजनैतिक दल गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की दिशा में एकजुट हों। कहा कि उन्होंने अपने शासनकाल में मैदावन से आदीबदरी तक टनल द्वारा और मरचूला से रामगंगा के किनारे किनारे मोटर मार्ग, पौडी से दूधातौली से भराड़ीसैंण तक मुनस्यारी से ग्वालदम तक मोटर मार्ग निर्माण के लिए एक रोड मैप तैयार किया था। साथ ही वह सचिवालय के लिए लगभग 57 करोड़ की राशि स्वीकृत कर गये थे, लेकिन आज मात्र ग्रीष्मकालीन राजधानी की घोषणा कर एक बोर्ड तक लगाने का काम भी यह सरकार नहीं कर पायी है। इससे उन्हें तकलीफ होती है। कहा कि कुछ लोग गैरसैंण में राजधानी बनने से पहले ही जमीनें हड़पने को तैयार हैं। कही एसा न हो कि पलायन रोकने के नाम पर गैरसैंण के स्थानीय लोगों का ही पलायन न हो जाय। इसके लिए गैरसैंण के लोगों को धैर्य रखना होगा और लगभग 20 वर्षों तक इसे बचा कर रखना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने ग्रीष्म कालीन राजधानी घोषित तो कर दी है, लेकिन त्रिवेंद्र सिंह रावत चुनाव तक कुछ तो करें, जो जमीन पर दिखने में आये नहीं तो ठसक किस बात की।
उन्होंने कहा कि विधान सभा के एक गेट का नाम डॉण् अनुसूया प्रसाद के नाम से होना चाहिए। उन्होंने गैरसैंण व कर्णप्रयाग के पार्टी पदाधिकारियों को इलाके में चार बार डॉण् एपी मेखुरी स्मृति यात्राऐं निकालें के निर्देश दिये ताकि लोग उन महान विकास पुरूष को श्रृद्धा पुष्प अर्पित कर सकें। उन्होंने कहा कि यदि 22 के चुनावों में उनके मन मुताबिक मुख्यमंत्री आप लोगों ने बना दिया तो वह पूर्व में महिलाओं के लिए पोष्टिक आहार योजना का बड़ा बना कर सार्वभौम महिला पौष्टिक योजना चलायेंगे और गैरसैंण को
स्थाई राजधानी बनायेंगे। विधान सभा चुनावों में कौन चेहरा होगा कांग्रेस का तो उनका जबाब था, मुझे इस झंझट से बाहर रखें, जो भी होगा मैं भी उनके पीछे रहूंगा।
इस मौके पर पूर्व विधान सभा अध्यक्ष कुंजवाल ने कहा कि उनको यकीन नहीं हो पा रहा कि गैरसैंण का नाम उजागर करने वाले उनके प्रिय साथी डॉण् मैखुरी उनके बीच नहीं रहे। ग्रीष्मकालीन राजधानी की घोषणा से क्या लाभ हुआ है, जनता को अब मूल्यांकन करना होगा। डॉण् मैखुरी ने राजधानी के लिए गैरसैंण में कैबिनेट बैठक से लेकर भूमि चयन तक और वर्तमान स्थिति तक बहुत कार्य किये हैं। वह हमेशा याद किया जायेगा। गैरसैंण राजधानी के लिए कार्य करने वाला व्यक्ति पैदा हुआ है तो वह हरीश रावत ही हैं। इस दौरान मुकेश नेगी, हरिकृष्ण भट, राजेंद्र सगोई, विधायक मनोज रावत, पृथ्वी पाल सिंह, गैरसैंण, कर्णप्रयाग के संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ता, विरेंद्र आर्य, मोहन टमटा, संजय कुमार, कृष्णा नेगी, अनीता नेेगी, महावीर पुंडीर, धनीराम, वृजमोहन पंत, गोपाल पंत आदि तमाम लोगा मौजूद रहे।