
फोटो- ग्लेशियर टूटने की घटना के बाद घटनास्थल का हवाई सर्वेेक्षण करते सीएम तीरथ सिंह रावत।
02-सेना हेलीपेड जोशीमठ मे सीएम तीरथ सिंह रावत व अन्य।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। भारत-चीन सीमा पर एवलाॅच की चपेट मे आए 384 मजदूरों को सेना ने सकुशल बचाया। अब तक आठ शव बरामद किए गए हैं। बीती रात्रि से ही सेना का आपरेशन लगातार जारी है। मुख्यमंत्री व आपदा प्रबंधन मंत्री ने घटना स्थल का हवाई सर्वेक्षण किया। गौरतलब है कि सुमना में बीआरओ के दो शिविरों में कुल 430 मजदूर व कार्मिक मौजूद थे। जिनमें से 384 को सेना द्वारा रेस्क्यू कर सकुशल बचा लिया गया। 8 शव मिले हैं, 6 घायल हैं और 32 लापता बताए जा रहे हैं। जिनको ढूंढने के लिए सेना रेस्क्यू आपरेशन में जुटी है।
बीते रोज भारत-चीन सीमा से सटे सुमना एरिया में ग्लेशियर टूटने के बाद वहाॅ बीआरओ के कैंप में रह रहे सैकडों मजदूर इसकी चपेट में आ गए। घटना की सूचना पर सेना ने बिना देर किए मोर्चा सॅभाला और रेस्क्ूय आपरेशन शुरू किया। देर रात्रि तक सेना की वहाॅ तैनात महार रेजीमेंट के जाॅबाज करीब 150 लोगांे को सुरक्षित निकाल चुके थे। आपरेशन लगातार जारी रहा। और सुबह तक सेना द्वारा 384 मजदूरों को सुरक्षित निकाला जा चुका था। जबकि अब तक आठ शव बरामद किए जा चुके हंै। इस बीच सूबे के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, आपदा प्रबंन्धन मंत्री डा0 धन सिंह रावत व बदरीनाथ के विधायक महेन्द्र भटट ने सुमना एरिया में पंहुचकर घटना स्थल का हवाई सर्वेक्षण किया। हवाई सर्वेक्षण से लौटने पर यहाॅ सेना हेलीपेड पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने बताया कि एवलाॅच की घटना हुई है। और सेना व जिला प्रशासन लगातार रेस्क्ूय आपरेशन मे जुटी हैं। सेना न वहाॅ पर पूरी रात बर्फ मे रेस्क्ूय करते हुए सैकडो मजदूरों को बचा लिया है। और उनका रेस्क्ूय अभी भी जारी है। मुख्यमंत्री ने सुमना मे हुई घटना का तुरन्त संज्ञान लेने व हर संभव मदद का आश्वासन दिए जाने के लिए केन्दीय गृह मंत्री का आभार जताया है।
बताते चले कि बीआरओ द्वारा सीमावर्ती अग्रिम चैकियों तक संडक पंहुचाने का कार्य युद्धसस्तर पर किया जा रहा हैं। बर्फबारी के सीजन के बाद तथा कोविड की स्थिति को देखते हुए बीआरओ ने झारखंड व अन्य प्रदेशो से मजदूरो को मौके पर बुला लिया था। अब उन्है अ्िरग्रम क्षेत्रों मे कार्य आंवटन किया जाना था। इस बीच लगातार चार दिनो से हो रही बर्फबारी के कारण एंवलाॅच आने की दर्दनाक घटना सामने आ गई। और मजदूरों को जाॅन गवानी पडी। सेना की तत्परता से सैकडो मजदूरों को बचा लिया गया हैं अब तक आठ शव एंवलाॅच से निकाले जा चुके है। जबकि 6गंभीर रूप से घायलो को सेना के चिकित्सक आवश्यक उपचार कर रहे है। और उन्है सेना के चाॅपर के माध्यम से भी हायर सेंटर तक पंहुचाने की ब्यवस्था की जा रही है।
बीते रोज घटना की सूचना मिलते ही सूबे के सीएम तीरथ सिंह रावत ने जिला प्रशासन, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ को एलर्ट करते हुए मौके पर पंहुचने के सख्त निर्देश दिए थे जिसके क्रम मे जिला प्रशासन, के साथ बीआरओ के आलाधिकारी मौके के लिए रवाना हुए। सुराई थोटा से आगे भापकुंड से सुमना तक सडक बर्फ से पटी होने के कारण सेना के वाहन भी टायरों पर चैन लगाकर ही आगे जा पा रहे है।