फोटो– भारी बर्फबारी से श्री बदरीनाथ मंदिर का स्वर्ण छत्र भी ढका हुआ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। मौसम ने फिर बदली करबट। ऊॅचाई वाले क्षेत्रों मे हिमपात शुरू। निचले इलाको मे शुरू हुई बारिश।
इस वर्ष मौसम ने पूरे पहाड पर गजब ही ढा रखा है। लगातार खराब हो रहे मौसम के कारण काश्तकार भी परेशान हो चले हंै। कई क्षेत्रो मे तो काश्तकार बर्फ मे धान की बुआई करने केा विवश हो रहे है।
दो दिन गुनगुनी धूप के बाद रविबार को सुबह से ही मौसम एकदम पैक था जो दोपहर होते-होते ऊॅचाई वाले क्षेत्रो मे बर्फबारी व निचले इलाको मे वारीश मे तब्दील हो गया। इस वर्ष तो बर्फबारी ने पिछले कई वर्षो का रिकार्ड ही तोड दिया है। औली-गौरसांे बुग्याल तो बर्फ से पटा है। बदरीनाथ व हेमकुडं साहिब-लोकपाल मे भी दस से बार फीट तक बर्फ की मोटी परत जमी है।
श्री बदरीनाथ धाम मे करीब दस फीट तक बर्फ की चादर बिछी है। और बदरीनाथ मंदिर परिसर,परिक्रमा परिसर मे जमी बर्फ मंदिर के स्वर्ण छत्र तक पंहुच गई हैं। मंदिर का स्वर्ण छत्र भी बर्फ से दबा हुआ है। अंदाजा लगाया जा सकता है कि मंदिर परिसर व परिक्रमा परिसर मे भी दस से बारह फीट तक बर्फ जीम है और बर्फबारी का सिलसिला लगातार जारी है।
भगवान बदरीविशाल के कपाट आगामी 10मई को दर्शनार्थ खोले जाने है। बीआरओ तो मार्ग खोलने मे जुटा है और वो हर हाल मे कपाटोदघाटन से पूर्व वाहनो की आवाजाही सुनिश्चित करा ही लेगा। लेकिन बर्फबारी की चुनौती बदरी-केदार मंदिर समिति को भी कम नही है। मंदिर समिति द्वारा मंदिर के सिंहद्वार से लेकर परिक्रमा परिसर, विभिन्न विश्राम गृहो तक के पंहुच मार्ग आदि से बर्फ हटाने का काम करना है। हाॅलाकि मंदिर समिति द्वारा हर वर्ष एक माह पूर्व बदरीनाथ पंहुचकर साफ-सफाई व साज-सज्जा की ब्यवस्था दुरस्त की जाती रही है। लेकिन इस वर्ष वो स्थिति नही लग रही है। मंदिर परिसर से दस से बारह फीट बर्फ हटाना और अनेक विश्राम गृहो तक बर्फ काटकर मार्ग बनाना किसी चुनौती से कम नही है।
बीकेटीसी के मंदिर अभियंता विपिन तिवारी के अनुसार इस वर्ष बर्फ अत्यधिक है और लगातार बर्फबारी का क्रम जारी है। ऐसे मे मंदिर परिसर से बर्फ हटाने व विश्राम गृहो की मरम्मत के लिए गत वर्ष की अपेक्षा मजदूरो की संख्या भी बढानी होगी। उन्होने कहा कि मंदिर समिति इस वर्ष करीब अस्सी मजदूरों के दल के साथ बदरीनाथ पंहुचेगी। और जैसे बीआरओ द्वारा बदरीनाथ मार्ग खोला जाऐगा। मंदिर समिति का तकनीकी स्टाफ व मजदूर अप्रैल प्रथम सप्ताह मे बदरीनाथ के लिए प्रस्थान करेगे।