थराली से हरेंद्र बिष्ट।
तो इस बार भी देवाल विकासखंड मुख्यालय सहित इससे लगे गांव में होली का समापन छलेड़ी 19 मार्च को सम्पन्न होगा। हालांकि गढ़वाल के अन्य क्षेत्रों की तरह ही पिंडर घाटी में 18 मार्च को ही होली का मुख्य त्यौहार सम्पन्न होगा। जिससे पूरे क्षेत्र में होली को लेकर अजीब सी स्थिति बन गई है।
सरकार की ओर से 17 एवं 18 मार्च को होली के त्यौहार की छुट्टी घोषित की गई है। हालांकि गत दिनों जारी एक सरकारी विज्ञप्ति में 19 मार्च को भी होली का अवकाश घोषित कर दिया गया है। करीब पूरे भारतवर्ष में 18 मार्च को ही होली का समापन अर्थात छलेड़ी का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत 17 की रात होलीका का दहन प्रस्तावित हैं। इसके तहत ही पूरे गढ़वाल में 18 को ही छलेड़ी मनाते हुए इस साल की होली का समापन हो जाएगा। परंतु देवाल विकासखंड मुख्यालय सहित इसके आसपास के क्षेत्रों में होली का समापन 19 मार्च को होगा।
इस संबंध में पूछने पर इस क्षेत्र के प्रसिद्ध कथावाचक एवं कैल गांव निवासी हंसा भाई मिश्रा बृजवासी का कहना है कि 18 मार्च को भद्र का दोष है। वैसे ही उत्तराखंड में दो पंचांगों के तहत तमाम कार्य होते हैं। इसके तहत कुमाऊं मंडल में रामदत्त का पंचांग चलता है। जबकि गढ़वाल में बाणी भूषण पंचांग चलता है। जिसमें कई बार कुछ तिथियों में गणना के तहत अंतर आने के कारण असमंजस की स्थिति बन जाती है। इस बार भी पंचांगों की गणना की तिथियों में अंतर आने से होली समापन की तिथि में अंतर आया है। गढ़वाल क्षेत्र में जहां 18 तो कुमाऊं के साथ ही देवाल क्षेत्र में 19 को होली का समापन होगा। उन्होंने बताया कि वृंदावन में भी 19 को ही होली का समापन होगा। समापन की दो अलग.अलग तिथियां होने के कारण अब पिंडर घाटी में भी दो दिन होली का समापन त्यौहार मनाया जाएगा।