देहरादून, 5 दिसम्बर,2024। दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की ओर से आज सांय केन्द्र के सभागार में युवा साहित्यकार मनु मनस्वी के काव्य संग्रह *‘कागज निगोड़े’* का लोकार्पण और चर्चा का एक आयोजन किया गया। इस काव्य संग्रह का लोकार्पण साहित्यकार प्रोफेसर रामविनय सिंह, साधना शर्मा और डॉ. अरुण कुकसाल ने किया। इस अवसर पर काव्य संग्रह के विविध पक्षों पर सार्थक चर्चा भी हुई।
वक्ताओं ने कहा कि साहित्यकार मनु मनस्वी के काव्य संग्रह ‘कागज निगोड़े’ की कविताएं जीवन के कई पहलुओं को छुती नजर आती हैं। कविताओं में प्रेम और भूख को इस शिद्दत के साथ पेश किया गया है मानों इसे वर्षों भोगा गया हो। मनु मनस्वी की कविताओं में कई रंग दिखते हैं, जिसे वह बेहद ईमानदारी से पाठकों के सामने रखते हैँ। कुछ कविताएं भोगे हुए कर्मों के सही-गलत होने का भान भी कराती दिखती हैं।
‘कागज निगोड़े’ काव्य संग्रह पर चर्चा करते हुए प्रो. राम विनय सिंह ने कहा कि संग्रह की कविताएं हमें जीवन की तल्ख हकीकत से रूबरूं करवाती हैं। वहीं साधना शर्मा ने कहा कि युवा कवि का यह प्रयास बेहद सफल रहा है। उन्होंने जीवन की सच्चाई को पाठकों के सामने उधेड़कर रख दिया है ओर वह भी बिना किसी लाग लपेट के।डॉ.अरुण कुकसाल ने मनु मनस्वी के इन लघु कविताओं को जीवन के अन्तर्सम्बन्धों का पर्याय बताते हुए उन्हें अति महत्वपूर्ण बताया।
उल्लेखनीय है कि मनु मनस्वी बीते दो दशक से पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्यरत हैं। वर्तमान में ये देहरादून से प्रकाशित होने वाले दैनिक भास्कर समाचार पत्र में सब एडिटर के पद पर कार्यरत हैं। उनका यह कविता संग्रह अमेजन, फ्लिपकार्ट आदि सभी ऑनलाइन साइट्स पर उपलब्ध है।
कार्यक्रम के आरम्भ में दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के प्रोगा्रम एसोसिएट चंद्रशेखर तिवारी ने उपस्थित अतिथि जनों व सभागार में मौजूद लोगों का स्वागत किया। इस अवसर पर, इस अवसर पर रजनीश त्रिवेदी, मदन मोहन चमोली, विजय सिंह नेगी, हरिचंद निमेष, डॉ. लालता प्रसाद,देवेंद्र कांडपाल, शिव प्रसाद जोशी, अनीता बडोनी, त्रिलोचन भट्ट, सपना पांडे , दयासागर अरोड़ा, सुंदर सिंह बिष्ट, सुनीता चौहान,जगदीश सिंह महर, शैलेन्द्र नौटियाल सहित शहर के अनेक लेखक ,पत्रकार, साहित्यकार और दून पुस्तकालय के युवा पाठक उपस्थित रहे।
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_दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र , लैंसडाउन चौक, देहरादून, मोबा. 9410919938_