प्रकाश कपरूवाण
देहरादून। निजीकरण के खिलाफ और विनियमितीकरण की मांग को लेकर जीएमवीएन मुख्यालय में दो दिवसीय धरना प्रारंभं हुआ। जीएमवीएन एव ंकेएमवीएन संयुक्त कर्मचारी महासंघ दो दिवसीय धरना आज से प्रारंभ हुआ, जो 28 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान चार सूत्रीय मांग पत्र रखा गया।
चार सूत्रीय मांग पत्र में निगम संचालित होटल द्रोण सहित किसी भी पर्यटक आवास गृह का निजीकरण न करने, सालों से कार्यरत दैनिक वेतन भोगी कार्मिकों का नियमितीकरण करने, दोनों निगमों का प्रस्तावित एकीकरण करने के बजाय पर्यटन परिषद में विलय की मांग, इससे पहले कर्मचारियों की वेतन विसंगति दूर करने, कर्मचारी संगठनों द्वारा पूर्व में की गई मांगों का समाधान करने की मांग की गई।
चार सूत्रीय मांगों को लेकर जीएमवीएन कार्मिकों द्वारा निगम मुख्यालय जोरदार नारेबाजी की गई। प्रदर्शन के बाद द्वार सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि निगम का उद्देश्य युवाओं को रोजगार देकर पहाड़ से पलायन रोकना था, किंतु वर्तमान सरकार निगम संचालित आवासगृहों तथा होटलों को निजी हाथों में बेचने जा रही है। यदि सरकार ऐसा करने पर आमादा है तो पहले निगम कर्मियों की समस्याओं का समाधान करे। निगम कर्मी एकजुट होकर आरपार की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं।
वक्ताओं में कार्यकारी अध्यक्ष पुरूषोत्तम पुरी, अध्यक्ष राजेश रमोला, महासचिव आशीष उनियाल, मनमोहन चैधरी, जयपाल बिष्ट, ओमप्रकाश भट्ट, निदेश भट्ट, किशन सिंह पंवार आदि शामिल थे।