हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट।
थराली। विकासखंड देवाल में चौथे दिन 66 घंटों के बाद आखिरकार विद्युत ऊर्जा निगम ने बिजली आपूर्ति बहाल करने में सफलता हासिल कर ली है। जिस पर देवाल क्षेत्र की 30 हजार से अधिक की आवादी ने राहत की सांस ली हैं।
दरअसल 13 सितंबर की रात को चेपड़ो एवं बैनोली गांव में चीड़ पेड़ों के गिरने के कारण थराली से नंदकेशरी (देवाल) 33 केवी बिजली घर को जाने वाली 33 केवी बिजली लाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी। विभागीय अधिकारी पहले शनिवार फिर रविवार को बिजली बहाली का दावा करते रहे किंतु दो ही दिनों में बिजली बहाली नही कर पाएं इसका खामियाजा देवाल विकास खंड की ग्रामीण जनता को तो भुगतना ही पड़ा इसके साथ ही विकासखंड थराली की जनता को भी भुगतना पड़ रहा हैं। दरअसल शनिवार एवं रविवार को क्षतिग्रस्त देवाल बिजली लाइन की मरम्मत के नाम पर दोनों ही दिनों में सुबह से देर सायं तक थराली की भी लाइट काटी जाती रही।जिससे दोनों ही विकासखंडों के नागरिकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस दौरान देवाल क्षेत्र के लोगों के तमाम विद्युत चालित उपकरण पूरी तरह से बंद हो गऐ हैं। इसके अलावा अधिकांश दुकानदारों के विद्युत तराजूओं की बैटरियों के खत्म होने के कारण उनके सामने सामानों को तोलने की समस्या खड़ी हो गई थी, अधिकांश ग्रामीणों के मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गये हैं। सोमवार को देर सायं करीब पांच बजे देवाल में बिजली आपूर्ति बहाल हो गई हैं। विद्युत ऊर्जा निगम नारायणबगड़ के अधिशासी अभियंता शैलेन्द्र बिष्ट एवं एसडीओ अतुल कुमार ने बताया कि बैनोली गांव में 33 केवी के 10 खंबे बुरी तरह से बैंड़ हो गये थे, जिनके स्थान पर नए खंबे गाड़ें गये, इसके अलावा पिंडर नदी को पार करने वाला एक स्पान भी क्षतिग्रस्त हो गया था जिसे खीचने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। बताया कि बैनोली में 5 सौ मीटर लाइन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी।