गैरसैंण। वरिष्ठ पत्रकार, उत्तराखंड आंदोलनकारी विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े पुरुषोत्तम असनोड़ा का एम्स ऋषिकेश में निधन हो गया। पुरुषोत्तम असनोड़ा करीब 64 साल के थे।
12 अप्रैल को उन्हें हार्ट अटैक आया था। उन्हें गैरसैंण से एयर लिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था। उनकी एन्जियोप्लासी होने की सूचना मिली थी। बताया जा रहा था कि उनका स्वास्थ अब बेहतर है। हालांकि कोरोना महामारी की इस मारामारी में चिकित्सक उनके स्वास्थ्य की कितनी देखभाल कर पाए होंगे? लाॅकडाउन की वजह से साथी पत्रकार उन्हें देखने अस्पताल तक नहीं पहुंच पाए।
श्री असनोड़ा पिछले चालीस साल से उत्तराखंड की पत्रकारिता में सक्रिय रहे। गैरसैंण में रहते हुए उत्तराखंड आंदोलन में उनकी भागीदारी अद्वितीय रही। गैरसैंण राजधानी को लेकर चलाए गए सभी आंदोलनों में वह सक्रिय रूप से भागीदार रहे। इस असमय उनका चला जाना उत्तराखंड की पत्रकारित की अपूरणीय क्षति है।
विभिन्न पत्रकार संगठनों ने असनोड़ा के निधन पर दुख जताया है। जोशीमठ निवासी पत्रकार प्रकाश कपरवान ने ईश्वर से प्रार्थना करते हुए उनकी आत्मा को शांति की कामना की है, ईश्वर से प्रार्थना की है कि उनके परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।












