डॉ. हरीश चन्द्र अन्डोला। हिमालय पर्वत का निर्माण कब व कैसे हुआ हिमालय पर्वत का निर्माण एक अद्वितीय भूगोलीय रहस्य, हिमालय पर्वत, जिसे गिरिराज हिमालय भी कहा जाता है, विश्व के सबसे महत्वपूर्ण और ऊँचे पर्वतों में से एक है। कुन्दन सिंह टोलिया स्व. श्री धन सिंह टोलिया 18 मार्च 1948 स्नातक लखनऊ विश्वविद्यालय धर्मशाला लाईन,) जिला पिथौरागढ़ उतराखण्ड नानासैम, सरमौली, पी.ओ. तिकसैन तहसील मुनस्यारी जिला पिथौरागढ कुन्दन सिंह टोलिया वर्तमान मे चेयरमैन भारतीय रेडक्रास समिति राज्य शाखा उत्तराखण्ड के पद पर कार्यरत थे। पूर्व उपाध्यक्ष, नगर पालिका पिथौरागढपूर्व प्रदेश अध्यक्ष, अनुसूचित जनजाति मोर्च, भारतीय जनता पार्टी उत्तराखण्ड ।पूर्व क्षेत्र प्रमुख मुनस्यारी दो बार (1998 से 2008 तक)प्रदेश सदस्य इण्डियन रेडक्रास सोसायटी उत्तराखण्ड।सदस्य किशोर न्याय बोर्ड उत्तराखण्ड।सदस्य लोक अदालत पिथौरागढ़ ।वर्ष 2008 में धारचूला विधानसभा सीट से विधायक का चुनाव लड़ा। टिकट तत्कालीन मुख्यमंत्री मा. भगत सिंह कोश्यारी द्वारा आवंटित किया गया था।पूर्व मण्डल सदस्य, भारतीय जीवन बीमा निगम, हल्द्वानी।9. राष्ट्रीय सदस्य अनुसूचित जनजाति मोर्चा।पूर्व वाईस चेयरमैन, भारतीय रेडक्रास समिति उत्तराखण्ड ।वाईस पैटर्न, सदस्य भारतीय रेडक्रास समिति पिथौरागढ।, सदस्य नेशनल मैनेजिंग कमेटी, भारतीय रेडक्रास समिति राष्ट्रीय मुख्यालय नई दिल्ली।सदस्य बार्डर दर्शन यात्रा मिलम ग्लेशियर मा. सांसद राज्य सभा श्री तरूण विजय जी की टीम के साथ।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अपर सचिव संजय टोलिया के पिता का निधन हो गया है। अपर सचिव संजय टोलिया के पिता कुंदन टोलिया वर्ष 1998 से 2008 तक लगातार दो बार मुनस्यारी के ब्लॉक प्रमुख रहे हैं। वे 82 वर्ष के थे। उनके निधन पर जिला रेडक्रॉस समिति ने दुःख व्यक्त किया है। वह नगर पालिका पिथौरागढ़ के उपाध्यक्ष रहने के साथ भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जाति, जनजाति मोर्चा सहित तमाम पदों पर कार्यरत रहे हैं।कुंदन सिंह टोलिया वर्तमान में अध्यक्ष भारतीय रेड क्रॉस समिति राज्य शाखा उत्तराखंड के पद पर कार्यरत थे। जोहार घाटी के उत्थान और विकास के लिए उन्होंने अग्रणी भूमिका निभाई है।मुख्यमंत्री ने उनके निधन पर गहरा दुख जताया है। कुन्दन सिंह टोलिया वर्तमान मे चेयरमैन भारतीय रेडक्रास समिति राज्य शाखा उत्तराखण्ड के पद पर कार्यरत थे।कुन्दन सिंह टोलिया जी के जीवन का मुख्य उददेश्य पीड़ित दुखित लोगों की सेवा करना रहा है। उनके द्वारा रेडक्रास सदस्य के रूप में तथा राज्य के चेयरमैन बनने तक के सफर में उन्होंने हमेशा एक स्वयंसेवक की भांति निःस्वार्थ रूप से कार्यों का निर्वाहिन किया तथा हमेशा टीम को रेडक्रास की गतिविधियों में सक्रिय एवं और अधिक ऊर्जा के साथ कार्य करने के लिये नेतृत्व किया। उनकी दूरदर्शिता एवं कायों को शीघ्रता से सम्पन्न करने की योजना के फलस्वरूप ही राज्य एवं जनपद स्तर पर रेडक़ास की गतिविधियों में बृद्धि हुई। रेड क्रास सोसायटी के माध्यम से उन्हें प्रशिक्षण देकर उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आगामी चारधाम यात्रा, फायर सीजन, गर्मी के मौसम को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग की तैयारी पूरी है। आपदा प्रबंधन विभाग पूरे साल अलर्ट के मोड में रहता है। उन्होंने कहा कि आपदा के जोखिम को कम करने में लोगों की बड़ी भूमिका हो सकती है। इसलिए लोगों को भी आपदा को लेकर अधिक से अधिक जागरूक होना होगा। आपदा से लड़ने में सरकार के साथ ही सिविल सोसायटी को भी आगे आना होगा। जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने ,वृहस्पति को उत्तराखंड रेड क्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष, एवंर्व क्षेत्रप्रमुख मुनस्यारी कुंदन सिंह टोलिया का कल रात निधन पर उनके निवास स्थान सिमथाम पहुंचकर मा०मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में एवं स्वयं पुष्प चक्र अर्पित करते हुए श्रद्धासुमन व्यक्त कर दुख की घड़ी में परिवारजनों को सांत्वना दी।( लेखक दून विश्वविद्यालय कार्यरत हैं)।