रिपोर्ट-सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
आखिर शिक्षा के मंदिर की स्थितियों पर कौन रखेगा नजर? जनपद रुद्रप्रयाग के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय क्वीली-क़ुरझण के भवन की स्थिति शिक्षा विभाग की अनदेखी के चलते दयनीय बनी हुई है।
आपको बता दे कि क्वीली-कुरझण के इस विद्यालय में दरवाजे और खिड़कियां न होने से विद्यालय भवन हवा महल बना हुआ है। जबकि कुछ कक्षों में दरवाजे खोलते ही पुरे छत से प्लास्टर गिरने लगता है, जिस कारण आये दिन ठंड-बरसात में बच्चों को अनेक समस्यायों का सामना करना पड़ रहा है।

वहीं यदि विद्यालय प्रांगण में किसी भी प्रकार का जंगली जानवर घुसता है तो सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है। जिसके चलते कभी भी अनहोनी होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
ग्रामीणों की मांग है कि विद्यालय के समक्ष उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय हाई स्कूल की नई बिल्डिंग बनी हुई है। यहां प्रयाप्त शिक्षण कक्ष मौजूद हैं। यदि दोनों विद्यालयों का एकीकरण किया जाता है तो, दोनों विद्यालयों को एक साथ संचालित किया जा सकता है। जिसके चलते शिक्षकों की कमी का टोटा भी दूर हो जाएगा। तथा विद्यार्थियों के अध्ययन पर जो भी दुष्प्रभाव पड़ रहा है, उससे भी निजात मिल सकेगी।

ग्राम प्रधान प्रबोध पांडे ने कहा कि विद्यालय भवन की स्थिति जीर्ण शीर्ण हो चुकी है, यदि भविष्य में कोई घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी सम्बन्धित विभाग की होगी।उन्होंने कहा कि उनकी मांग है कि उच्च माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों का एकीकरण कर विद्यालय में अध्यापकों व भवन सम्बन्धी समस्या का निस्तारण करें। साथ ही उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय की नई बिल्डिंग में दोनों विद्यालयों का संचालन किया जाय।
विद्यालय भवन की जर्जर हालत एंव जूनियर व हाई स्कूल दोनों के एकीकरण को लेकर स्थानीय लोगों ने मुख्य विकास अधिकारी एंव जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा ओर जल्द समाधान करने की माँग रखी।
जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक एलएस दानू ने कहा कि विद्यालयों के एकीकरण को शासन से मांग की जाएगी। कहा कि फिलहाल दोनो विद्यालयों के एक साथ संचालन को लेकर वार्ता की जाएगी।












