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01- लामबगड में बडे वाहनो की आवाजाही शुरू कराने के लिए हुआ युद्धस्तर पर कार्य।
02- बदरीनाथ मार्ग रडांग वैण्ड हुए पूरी तरह से ध्वस्त।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। लामबगड में तो बडे वाहनांे के लिए मार्ग खुला, लेकिन हनुमान चटटी से आगे रडाग वैण्डांे की स्थिति बेहद चिन्ताजनक है, युद्धस्तर पर भी कार्य होगा तो बदरीनाथ सडक को खोलने में तीन से चार दिन लगेंगे।
दो दिनांे की मूसलाधार बारिश ने न केवल लामबगड, वेनाकुली-हनुमान चटटी बल्कि बदरीनाथ राष्ट्रीय राज मार्ग के हनुमान चटटी से आगे रडांग वैण्डांे को भी तहस-नहस कर डाला। इस स्थान पर सडक बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है। हनुमान चटटी के बाद बदरीनाथ की ओर रडागं के करीब आठ मोड-वैण्ड हैं, इनमे दूसरा व तीसरा वैण्ड पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ है, इसके अलावा कई स्थानांे पर सडक का नामो-निशान भी नहीं दिख रहा है। ऐसी स्थिति मे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बदरीनाथ तक सडक खोलने में अब कितना समय लगेगा। रडंाग वैण्ड मे एक स्थान पर करीब पचास मीटर सडक पूरी तरह से घ्वस्त हुई है।
बीते दो दिनांे की वारीश मे वेनाकुली-हनुमान चटटी मे तो करीब सौ से डेढ सौ मीटर सडक पर मलबा व बोल्डर आ गए थे, तब लग रहा था कि लामबगड खुलने के बाद सडक बदरीनाथ तक दुरस्त मिलेगी,। लेकिन शुक्रवार को हनुमान चटटी से आगे रडांग वैण्डो की भयावह स्थिति देख स्पष्ट हुआ कि भारी वर्षात के बाद ने केवल वेनाकुली नाले में बल्कि बदरीनाथ तक अन्य सभी छोटे-बडे नालों ने भीषण तबाही मचा डाली। लामबगड से बदरीनाथ तक करीब सात स्थानांे पर सडक ध्वस्त हुई थी, जिनमे से लामबगड व वेनाकुली व बदरीनाथ की ओर कई स्थानांे पर सडक खोल दी गई है।
हेलंग-जोशीमठ से बदरीनाथ-माणा व आगे तक का क्षेत्र बीआरओ के अधीन है।और बीआरओ द्वारा इन दिनो इस मार्ग पर डामरीकरण व अन्य कार्य कराए जा रहे थे। लेकिन इस आपदा के बाद काफी नुकसान तो हुआ है ,लेकिन बीआरओ के अधीन सडक होने से उम्मीद की जा रही है कि वीआरओ बदरीनाथ धाम के साथ बार्डर को देखते हुए जल्द से जल्द मार्ग को आवाजाही के लिए दुरस्त कर देगा।
इधर जोशीमठ-बदरीनाथ मार्ग के अलावा माना से माना पास एरिया मे भी कई स्थानो पर सडक पूरी तरह से ध्वस्त हुई हैं, इसके साथ ही मलारी रोड पर भापकंुड व मलारी के पास तथा आगे सुमना वार्डर की तरफ भी सडक को काफी नुकसान हुआ है। बीआरओ की प्राथमिकता पहले बदरीनाथ व मलारी तक सडक को जल्द से जल्द खोलने की है, जिस पर कार्य शुरू कर दिया है।












