देहरादून। महान गीतकार, संगीतकार एवं गायक नरेंद्र नेगी ने कहा कि जब उन्होंने करीब चार दशक पहले गढ़वाली लोकगीतों पर काम करना शुरू किया तो परंपरागत गढ़वाली शब्दों के लिए किसी प्रमाणित शब्दकोष के लिए तरस जाते थे। अब एक के बाद एक प्रमाणिक शब्दकोष आए हैं तो उनका लाभ उठाया जाना चाहिए। बेंजवाल दंपत्तियों द्वारा हिंदी-गढ़वाली-अंग्रेजी शब्दकोष की रचना सराहनीय कदम है।
नरेंद्र सिंह नेगी हिंदी भवन में रमाकांत बेंजवाल तथा बीना बेंजवाल दंपत्ति द्वारा रचित हिंदी-गढ़वाली-अंग्रेजी शब्दकोष के विमोचन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। पद्मश्री बसंती बिष्ट ने इस आयोजन की अध्यक्षता की और लोक भाषा के लिए शब्दकोष की रचना को लोकभाषा की बड़ी सेवा बताया। इस दौरान कोष विज्ञानी अरविंद पुरोहित, लोक साहित्यकार गिरीश सुंदरियाल भी मौजूद थे। संचालन गणेश खुगशाल गणी ने किया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोक भाषा के सुधिजन मौजूद थे।