रिपोर्ट – सत्यपाल नेगी/रूद्रप्रयाग
रूद्रप्रयाग: जनपद रूद्रप्रयाग में बीते 14 अगस्त को हुई भारी बारिश के चलते विकास खंड ऊखीमठ स्थित द्वितीय भगवान केदार मदमहेश्वर जाने वाले रास्ते बणतोली नामक स्थान पर नदी पर बना हुआ लोहे का पुल बह गया था जिस कारण मदमहेश्वर मंदिर में लगभ 300 तीर्थ यात्री फंस गए थे जिलाधिकारी के निर्देशन में फंसे यात्रियों का सुरक्षित रेस्क्यू किए जाने के लिए टीमों को घटना स्थल के लिए रवाना किया गया,जिसमें एसडीआरएफ,एनडीआरएफ,डीडीआरएफ,पुलिस व जिला प्रशासन,स्वास्थ्य विभाग की टीम शामिल थीं।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने बताया कि आज सुबह पुनःरेस्क्यू अभियान चलाया गया,जिसमें मदमहेश्वर घाटी की स्थानीय महिलाओं द्वारा नानू में अस्थाई हैलीपैड़ बनाया गया जहां से फंसे यात्रियों को हैलीकाॅप्टर के माध्यम से रेस्क्यू करते हुए हैलीपैड़ रांसी पहुंचाए गए।
आज हैलीकाॅप्टर के माध्यम से 190 लोगों का तथा 103 लोगों का मैन्युअल रेस्क्यू किया गया। इस प्रकार कुल 293 श्रद्धालुओं का सफल रेस्क्यू किया गया।
रेस्क्यू टीम में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ,डीडीआरएफ,पुलिस, स्वास्थ्य विभाग सहित तहसील प्रशासन से नायब तहसीलदार जयकृत सिंह रावत और राजस्व उपनिरीक्षक दिवाकर डिमरी,जिला पंचायत सदस्य विनोद राणा,ग्राम प्रधान वीर सिंह पंवार व स्थानीय ग्रामीणों आदि के सहयोग से रेस्क्यू कार्य सकुशल संपन्न किया गया।
मदमहेश्वर घाटी में फंसे तीर्थ यात्रियों नेे सफल रेस्क्यू के उपरांत सरकार एवं जिला प्रशासन,रेस्क्यू टीमों व स्थानीय लोगों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।