फोटो-वर्चुअल माध्यम से ग्राम प्रधानों से कोविड.19 के तहत स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए।
कमल बिष्ट।
पौड़ी। प्रदेश के उच्च शिक्षा, सहकारिता, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास, प्रोटोकॉल स्वतन्त्र प्रभार मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने आज अपने तीन दिवसीय जनपद भ्रमण कार्यक्रम के तहत विकास भवन पौड़ी में कोविड.19 संक्रमण के दृष्टिगत विकास खण्ड खिर्सू, पाबौ एवं थलीसैंण के प्रधानों से वर्चुअल माध्यम से जुड़कर बैठक लेकर स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने जनपद के प्रत्येक ग्राम पंचायत में बाहर से आने वाले व्यक्तियों को 07 दिन तक क्वारनटाइन सेंटर में रखने हेतु 02-02 बेड के लिए 10 लाख की धनराशि देने की बात कही। मंत्री ने ग्राम प्रधानों से वर्चुअल माध्यम से सीधा संवाद कर उनसे कोविड.19 के दृष्टिगत आ रही दिक्कत एवं सुझाव लिये। मंत्री डाॅ0 रावत ने जनपद में कोविड.19 संक्रमण के दृष्टिगत जिलाधिकारी डाॅ0 विजय कुमार जोगदण्डे के दिशा.निर्देशन पर जिला प्रशासन द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रंशसा भी की।
मंत्री डाॅ0 रावत ने कहा कि उनके विधान सभा क्षेत्र में सभी अस्पतालों में कुल 912 बेड लगाए गए हैं तथा सभी अस्पतालों में डॉक्टर आ गए हैं। उन्होंने कहा कि श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र के 21 अस्पतालों को जनरेटर, पीपीई किट, गलब्स्, मास्क, सैनेटाइजर और ऑक्सीजन काॅन्सट्रेटर हेतु 86 लाख धनराशि की डिमांड पूरी कर दी गई है। बेस अस्पताल श्रीनगर में 100 आक्सीजन काॅन्सट्रेटर तथा 25 आक्सीजन काॅन्सट्रेटर उपजिला चिकित्सालय श्रीनगर को दिये गये हैं। साथ ही अस्पतालों में सरकार द्वारा दी गयी दवाओं के अतिरिक्त भी दवाईयां दी जा रही हैं। क्षेत्र में पांच लाख रुपए की अतिरिक्त दवाइयां उपलब्ध कराई गई हैं, जिसमें थलीसैंण को दो लाख, पाबौ को एक लाख, श्रीनगर को एक लाख तथा खिर्सू को एक लाख की धनराशि दवाई हेतु दी गई है। कहा कि इसके अतिरिक्त प्रधानों की मांग पर गांव-गांव मे छिड़काव के लिए प्रत्येक ग्राम सभा को 20-20 हजार रुपए दिए जा रहे हैं, जबकि क्षेत्र के कस्बों में छिड़काव हेतु बीडीओ को पांच लाख तथा श्रीनगर नगर पालिका में छिड़काव के लिए पार्षदों और सभासदों को दो लाख रुपए की धनराशि उपलब्ध कराई गई है। मंत्री डाॅ.धन सिंह रावत ने कहा कि हर गांव में डॉक्टरों की टीम भेजी जा रही है और अभी तक 117 गांवों डाॅक्टर की टीमें भेजी जा चुकी है, जो कि जांच कर दवाइयां भी वितरित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस भी ग्राम पंचायत में छिड़काव मशीन नहीं है या खराब हो चुकी हैए उन्हें एक.एक मशीन दे दी जायेगी। कहा कि प्रत्येक गांव में डाॅक्टर, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं अधिकृत कार्मिक ही दवाई देंगे। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में आपदा मद में प्रधानों को भुगतान किये जाने वाले लम्बित बिलों के भुगतान हेतु 65 लाख जारी कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य वित्त से प्रत्येक प्रधानों को कोविड .19 के दृष्टिगत 20-20 हजार दिया गया है, जिसका उपयोग कोविड के तहत ही किया जाना है। कहा कि सभी गांवों में वैक्सीन, दवाई और सैनिटाइजर उपलब्ध करा रहे हैं और जल्द ही मास्क वितरण का कार्य भी प्रारंभ किया जाएगा। मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने कहा कि थलीसैंण ब्लॉक में ग्यारह हजार परिवार निवास करते हैं। सभी परिवारों को वैक्सीन व दवाइयां मुफ्त उपलब्ध कराई जा रही है। डाॅ0 रावत ने कहा कि हर ग्राम पंचायत में डॉक्टर की टीम जाएगी और सबका परीक्षण किया जाएगा और मुफ्त दवाइयां वितरित की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा घर.घर के लिए दवाई दी जा रही है। कहा कि चाकीसैंण में एक एंबुलेंस, पैठाणी में एक 108, बूंगीधार में एक 108 व एक एंबुलेंस, थलीसैंण में दो एंबुलेंस और दो 108 दे दी गई हैं। थलीसैंण में 250 एलपीएम ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है, जिसके लिए 70 लाख रुपए दे दिए गए हैं, जो एक करोड रुपए का लगेगा।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र के अस्पतालों में डॉक्टर की मांग को पूरा कर दिया गया है, हर अस्पताल में बिजली व पानी का कनेक्शन भी दे दिया गया है। उन्होंने प्रधानों से कहा कि लोगों को वैक्सीन लगाने हेतु जागरूक करते हुए अधिक से अधिक संख्या में लोागों को वैक्सीन लगवाना सुनिश्चित करेें। कहा कि वर्तमान समय तक थलीसैंण ब्लॉक में लगभग तेरह हजार लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। उन्होंने कहा कि कोविड.19 महामारी के समाप्त होने पर क्षेत्र में 5 सूत्रीय कार्यक्रम प्रमुखता से चलाए जाएंगे। जिसके तहत गांवों पंचायत घरों, स्कूल, यात्री शेड को ठीक करना, स्वच्छता अभियान, नशा मुक्ति अभियान चलाना, प्रत्येक ग्राम पंचायत में 1-1 पुस्तकालय आदि बनाए जाएंगे।
इससे पूर्व जिलाधिकारी डॉ जोगदंडे ने मंत्री जी को कोविड.19 को लेकर जनपद में किये जा रहे कार्यों से अवगत कराते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर 20-20 मेडिकल किट उपलब्ध करा दी गई हैं, जबकि 50-50 मेडिकल किट पहुंचाने की कार्ययोजना है, जिन्हें पैंकिंग होने के बाद जल्द ही ग्राम पंचायतों को उपलब्ध करा दिया जायेगा। साथ ही आइवर मैक्टीन किट व पाउच भी वितरित की जा रही हैं, 08 लाख आइवर मैक्टीन किट ले ली गई है। प्रत्येक ग्राम पंचायत में 4-4 पल्स आक्सीमीटर, 10-10 पोस्टर दवाई लेने संबंधी जानकारी हेतु, 15-15 पोस्टर कोविड.19 संक्रमण रोकथाम एवं बचाव संबंधी, 4.4 पीपीई किट, थर्मामीटर उपलब्ध कराये गये हैं। साथ ही हर ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम पंचायत स्तरीय कोविड नियंत्रण समिति गठित कर ली गई है। बताया कि कोविड.19 वैक्सीनेशन अभियान में कर्मचारी बेहतर कार्य कर रहे हैं। साथ ही बाहर से आने वाले लोगों हेतु गांव में पंचायत घर में 4.5 बेड लगाकर क्वारनटाइन सेंटर बनाये जा रहे हैंए इसके लिए धनराशि और जो भी व्यवस्थाएं हैं उसके लिए ग्राम प्रधान को अनुमति दे दी गयी है। कहा कि राज्य वित्त आयोग से जो पैसे ग्राम प्रधानों को उपलब्ध कराया गया है उसमें से 20 हजार की धनराशि वह कोविड में खर्च कर सकते हैं, जिसमें बेड की व्यवस्था, पानी, शौचालय सहित अन्य व्यवस्थाएं पूर्ण कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि दवाई किट एवं आइवर मैक्टिन किट आशा, आंगनबाड़ी व एएनएम के माध्यम से प्रत्येक ग्राम पंचायतों में वितरित की जा रही है। उन्होंने आम जनमानस से कोविड नियमों का पालन करने की अपील की।
बैठक में बहुउद्देशीय सहकारी संघ अध्यक्ष/भाजपा जिलाध्यक्ष संपत सिंह रावत, मण्डल अध्यक्ष प्रधान संघ आनन्द सिंह, मण्डल मीडिया प्रमुख अनुग्रह मिश्र, मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई, उपजिलाधिकारी एसएस राणा, जिला पंचायत राज अधिकारी एमएम खान सहित वर्चुअल माध्यम से खिर्सू, पाबौं एवं थलीसैंण ब्लाॅक के ग्राम प्रधान ग्वाड़ गीता देवी, बलूड़ी बृजमोहन, मरखोड़ा मनीषा बहुगुणा, जाख अंजू देवी, बिडोली योगेश्वर प्रसाद, कुल्याड़ी मनवर सिंह, चोपडयूं देवेश्वरी, पाबौं हरेन्द्र कोली, मरोड़ा उमराव सिंह, दैड़ा त्रिलोक सिंह, बगेली विनोद सिंह, कैनूर विनीता आदि सभी ग्राम प्रधान जुड़े हुए थे।