शिवेंद्र गोस्वामी
अल्मोड़ा। ऐतिहासिक जेल पर एक और बड़ा सा दाग लग गया। एसटीएफ की कार्रवाई के बाद अल्मोड़ा जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। जेल में बंद आजीवन कारावास काट रहे कैदी से मोबाइल फोन, दो हेड फोन, 24 हजार की नगदी बरामद होना जेल की व्यवस्था पर बहुत बड़ा सवाल खड़ा करता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गुप्त सूचना के बाद एसटीएफ ने जेल में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान जेल में बंद आजीवन कारावास काट रहा कैदी महिपाल सिंह और एक अन्य कैदी अंकित जो बागेश्वर निवासी बताया जा रहा है, उनसे मोबाइल फोन, एयर फोन, एक सिम और करीब 24 नगदी बरामद हुई। गौरतलब है कि ये लोग जेल में बैठकर मोबाइल के जरिए चरस, गांजें का धंधा चला रहे थे।
अंकित बिष्ट बागेश्वर निवासी है। कुछ समय पहले वह चरस के एक मामले पुलिस की पकड़ में आया था, उसे अल्मोड़ा जेल में रखा गया था। अल्मोड़ा जेल में ही उसकी कुख्यात बदमाश महिपाल से मुलाकात हुई। दोनों मिलकर जेल से ही चरस के धंधे को अंजाम देने लगे। चूंकि एसटीएफ की कार्रवाई अचानक हुई थी, इससे जेल में बंद अन्य कैदियों और जेल अधिकारियों और बंदी रक्षकों में हड़कंप मच गया। इसके बाद एसटीएफ की जेल अधिकारियों के साथ पूछताछ शुरू हुई। देर रात तक दस्वावेजों की छानबीन और अधिकारियों से पूछताछ का सिलसिला जारी रहा।
गौरतलब यह भी है कि पिछले महीने चार अक्तूबर को भी एसटीएफ की छापेमारी अल्मोड़ा जेल में हुई थी, इस दौरान कुख्यात अपराधी के बैरक से तीन मोबाइल और डेढ़ लाख से अधिक की नगदी बरामद की गई थी। अल्मोड़ा की ऐतिहासिक जेल में यह सब होना इस जेल पर एक के बाद एक दाग लगा रहा है।